(आज समाचार सेवा)
पटना। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने पार्टी मुख्यालय, पटना स्थित कर्पूरी सभागार में कोरोना को लेकर जदयू चिकित्सा प्रकोष्ठ की बैठक ली जिसमें प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा, चिकित्सा प्रकोष्ठ के अध्य़क्ष डॉ. सुनील कुमार सिंह (दक्षिण बिहार) एवं डॉ. अखिलेश कुमार सिंह (दक्षिण बिहार) के साथ ही विधानपार्षद संजय कुमार सिंह उर्फ गांधीजी, ललन कुमार सर्राफ, प्रदेश महासचिव डॉ. नवीन कुमार आर्य, अनिल कुमार, चंदन कुमार सिंह, प्रशिक्षण प्रकोष्ठ के अध्यक्ष सुनील कुमार एवं चिकित्सा प्रकोष्ठ के वरिष्ठ पदाधिकारी डॉ. नागेन्द्र प्रसाद, डॉ. अनिल सिंह व अन्य मौजूद रहे।
बैठक के दौरान चिकित्सा प्रकोष्ठ के साथ विमर्श के उपरान्त राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने कहा कि टीकाकरण ही कोरोना की संभावित तीसरी लहर से बचने का एकमात्र संभावित सुरक्षा-कवच है। इसके मद्देनजऱ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दूरदर्शी नेतृत्व में बिहार सरकार ने टीकाकरण को लेकर तमाम जरूरी उपाय किए हैं, लेकिन ऐसे गंभीर समय में भी राजनीतिक पार्टियां तूतू-मैंमैं में लगी हुई हैं, जिसके फलस्वरूप जनता भ्रम का शिकार हो रही है। ऐसे में जरूरी है कि जनता को उत्प्रेरित किया जाय। उन्हें इसके फायदे बताए जाएं और समझाया जाए कि इससे कोई नुकसान नहीं है ताकि वैक्सीनेशन को लेकर उनकी झिझक दूर हो।
बैठक के दौरान श्री सिंह ने जदयू चिकित्सा प्रकोष्ठ को निर्देश दिया कि प्रदेश, जिला, प्रखंड एवं पंचायत स्तर पर टीकाकरण टास्क फोर्स का गठन करे ताकि लाभुकों की संख्या बढ़े। खासकर सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों एवं गरीब तबके के लोगों तक इसका लाभ पहुंचे। उन्होंने कहा कि एक रिपोर्ट के मुताबिक प्रति 1000 पुरुषों की तुलना में 854 महिलाओं का ही टीकाकरण हो पाया है। इसके लिए महिलाओं के बीच विशेष तौर पर जागरुकता अभियान चलाने की जरूरत है।
इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि प्रदेश भर में जदयू के सारे कार्यकर्ता न केवल आगे बढ़कर खुद टीका लेंगे बल्कि अपने परिवार के लोगों, पड़ोसियों आदि को भी इसके लिए प्रेरित करेंगे। उन्होंने कहा कि लोगों को टीकाकरण को लेकर जरूरी जानकारी देने का साथ ही उन्हें टीकाकरण केन्द्र तक पहुंचाने में भी जदयू के कार्यकर्ता सक्रिय भूमिका निभाएंगे। इसके लिए हर स्तर के पदाधिकारी समर्पित होकर कार्य करेंगे।