पटना

टीईटी सर्टिफिकेट की वैधता अब जीवनपर्यंत


पहली टीईटी परीक्षा के सर्टिफिकेट से ही नया नियम लागू

(आज शिक्षा प्रतिनिधि)

पटना । राज्य में प्रारंभिक शिक्षकों की नियुक्ति के लिए ली जाने वाली प्रारंभिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) के सर्टिफिकेट की वैधता अब जीवनपर्यंत रहेगी। यह नियम पहली प्रारंभिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (सर्टिफिकेट) के निर्गत सर्टिफिकेट से ही लागू किया गया है।

इससे संबंधित आदेश शिक्षा विभाग ने शुक्रवार को जारी किया है। दरअसल, प्रारंभिक शिक्षकों की नियुक्ति में शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) उत्तीर्ण होने की अहर्ता जरूरी है। शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) उत्तीर्ण अभ्यर्थी ही प्रारंभिक शिक्षक पद पर आवेदन के योग्य होते हैं। पहले शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) के सर्टिफिकेट की वैधता सात वर्षों की थी। बिहार में पहली शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) वर्ष 2012 में हुई थी। उसके रिजल्ट भी उसी वर्ष जारी हुए थे। 2012 के सर्टिफिकेट की वैधता वर्ष 2019 में समाप्त हो रही थी, तो दो साल के लिए उसकी वैधता बढ़ाई गयी थी।

इस बीच राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) ने प्रारंभिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) के सर्टिफिकेट की वैद्यता जीवन भर के लिए बहाल का फैसला किया है। इसे लागू करने के निर्देश राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) द्वारा राज्यों को दिये गये। इसके मद्देनजर राज्य सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा आदेश जारी किया गया है।