पटना

पटना: पढ़ाई के लिए तैयार होंगे स्कूल-कोचिंग


स्कूलों में नहीं पकेगा मध्याह्न भोजन ♦ खुलेंगे कस्तूरबा व एससी-एसटी छात्रावास ♦ हर दिन 50 फीसदी शिक्षार्थी ही आयेंगे

      • कक्षा में छह फुट की दूरी पर होगी बैठने की व्यवस्था
      • परिसर में प्रवेश के लिए मास्क अनिवार्य
      • बाहरी वेंडर को परिसर में प्रवेश की अनुमति नहीं

(आज शिक्षा प्रतिनिधि)

पटना। राज्य के हजारों स्कूलों में सात अगस्त से 9वीं एवं 10वीं कक्षा की पढ़ाई शुरू हो जायेगी। उसी दिन से कोचिंग संस्थान भी पढ़ाई के लिए खुल जायेंगे। हालांकि, स्कूलों में1ली से 8वीं कक्षा की पढ़ाई 16 अगस्त से होगी। स्कूलों में मध्याह्न भोजन योजना का संचालन फिलहाल बंद रहेगा। कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय तथा अनुसूचित जाति-जनजाति आवासीय विद्यालय एवं कर्पूरी छात्रावासों का संचालन अनुमान्य किया गया है। नियुक्ति एवं विभिन्न व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में प्रवेश एवं चयन के लिए परीक्षाएं कोविड प्रोटोकॉल के तहत होंगी।

इसके लिए कैम्पस पूरी तरह से विसंक्रमित किये जायेंगे। स्कूलों एवं कोचिंग संस्थानों में 50 फीसदी छात्र-छात्राओं की उपस्थिति के साथ पढ़ाई होगी। कक्षा में छात्र-छात्रा छह फीट की दूरी पर बैठेंगे। बाकी 50 फीसदी छात्र-छात्रा अगले दिन आयेंगे। यही व्यवस्था क्रमबद्धता में चलेगी। अधिक नामांकन वाले शिक्षण संस्थान दो पाली में चलेंगे। छात्र-छात्राओं सहित सभी कोटि के शिक्षक-कर्मचारियों के लिए मास्क या फेस कवर अनिवार्य होगा।

स्कूलों एवं कोचिंग संस्थानों में कुल छात्र संख्या की 50 फीसदी उपस्थिति के साथ खोलने को लेकर शिक्षा विभाग के अपर मुख्यसचिव संजय कुमार द्वारा गुरुवार को सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों, जिलाधिकारियों एवं जिला शिक्षा पदाधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किये गये हैं। दिशा-निर्देश में कहा गया गया है कि ऑनलाइन माध्यम से शिक्षण व्यवस्था को प्राथमिकता दी जायेगी एवं शैक्षणिक संस्थानों के वयस्क छात्र-छात्राओं, शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मियों को कोविड-19 का टीका लेना सुनिश्चित करेंगे।


बसें हर दिन दो बार सेनेटाइज होंगी

पटना (आशिप्र)। शिक्षण संस्थानों की बसें हर दिन दो बार सेनेटाइज होंगी। एक बार छात्र-छात्राओं के लाने के पहले और दूसरी बार उन्हें पहुंचाने के पूर्व।  बस के चालक एवं उपचालक सभी समय सामाजिक एवं भौतिक दूरी बनाये रखेंगे। छह फीट की दूरी के अनुपालन के लिए यदि आवश्यक हो, तो अतिरिक्त बस लगाये जायेंगे। छात्र-छात्राओं की थर्मल स्क्रीनिंग होगी। बगैर मास्क के बस में बैठने की अनुमति नहीं होगी। खिड़कियों में पर्दा नहीं होगा। सभी खिड़कियां खुली रहेंगी। वातानुकूलित बसों के लिए सीपीडब्लूडी द्वारा निर्गत गाइडलाइन के अनुसार 24 से 30 डिग्री सेल्सियस एवं सापेक्ष आद्रता 40 से 70 प्रतिशत होगी। विद्यार्थियों को अनावश्यक रूप से सतह छूने से बचने को कहा जायेगा।


संबंधित शिक्षण संस्थानों को खोलने के पहले तैयारी की जायेगी। कैंपस एवं सभी भवन की कक्षाओं, फर्नीचर, उपकरण, स्टेशनरी, भंडारकक्ष, पानी टंकी, किचेन वाशरूम, प्रयोगशाला, लाइब्रेरी की सफाई होगी। उसे विसंक्रमित किया जायेगा। हाथ सफाई की सुविधा क्रियाशील रहेगी। डिजिटल थर्मोमीटर, सेनेटाइजर, साबुन की व्यवस्था होगी। परिवहन व्यवस्था प्रारंभ किये जाने के पूर्व सेनेटाइजेशन होगा। आकस्मिक सुरक्षात्मक संबंध तैयारी के लिए उत्तरदायी टीम गठित होगी।

कक्षाओं के साथ ही स्टाफ रूम, ऑफिस एवं आगत कक्ष में भी छह फीट पर बैठने की व्यवस्था रहेगी। आते-जाते समय छात्र-छात्रा मुख्य गेट से क्रमवार आयेंगे-जायेंगे। गेट को खुला रखा जायेगा, ताकि भीड़ नहीं लगे। अभिभावकों एवं विद्यार्थियों के लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम का उपयोग किया जायेगा। आगंतुक कक्ष, हाथ सफाई स्थल, पेयजल केंद्र एवं टॉयलेट के बाहर जमीन पर वृताकार चिन्ह छह फीट की दूरी पर निशान बनाया जायेगा। वर्गकक्ष का आकार छोटा होने की स्थिति में कम्प्यूटर रूम, लाइब्रेरी, प्रयोगशाला आदि का भी उपयोग किया जायेगा। कोशिश होगी कि अभिभावक-शिक्षक बैठक वर्चुअल हो। नये कक्षा में नामांकन के समय केवल अभिभावक ही आयेंगे। इससे बच्चे मुक्त रहेंगे। चिकित्सा सुविधा की उपलब्धता सुनिश्चित की जायेगी।