मदरसा बोर्ड के फौकानिया के सर्टिफिकेट को एनडब्ल्यूएसी की मान्यता
(आज शिक्षा प्रतिनिधि)
पटना। बिहार राज्य मदरसा शिक्षा बोर्ड के फौकानिया के सर्टिफिकेट को अमेरिका के नॉर्थ वेस्ट एक्रेडिएशन कमीशन (एनडब्ल्यूएसी) ने अपनी मान्यता दी है। इससे बिहार राज्य मदरसा शिक्षा बोर्ड से फौकानिया पास अब अमेरिका में इंटरमीडिएट एवं डिप्लोमा कोर्स की पढ़ाई कर सकेंगे।
शिक्षा विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक बिहार राज्य मदरसा शिक्षा बोर्ड के फौकानिया के प्रमाण-पत्र धारण करने वाले छात्र-छात्राओं को अमेरिका के नॉर्थ वेस्ट एक्रेडिएशन कमीशन (एनडब्ल्यूएसी) द्वारा मान्यता दी गयी है। इसके जरिये नॉर्थ वेस्ट एक्रेडिएशन कमीशन (एनडब्ल्यूएसी) द्वारा फौकानिया प्रमाण-पत्र धारण करने वाले छात्र-छात्राओं का अमेरिका के इंटर स्तर के विद्यालयों तथा डिप्लोमा कोर्स में नामांकन के लिए योग्य घोषित किया गया है।
शिक्षा विभाग ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि भारतीय शिक्षा बोर्ड मंडल (कोबसे) से बिहार राज्य मदरसा शिक्षा बोर्ड के फौकानिया एवं मौलवी के प्रमाण-पत्र को मान्यता प्राप्त है। राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (एनआईओएस) ने बिहार राज्य मदरसा शिक्षा बोर्ड के फौकानिया एवं मौलवी के प्रमाण-पत्रों को मान्यता प्रदान की है। बिहार मुक्त विद्यालयी शिक्षण एवं परीक्षा बोर्ड (बीबोस) ने भी बिहार राज्य मदरसा शिक्षा बोर्ड के प्रमाण-पत्र को मान्यता दी है।
आपको बता दूं कि बिहार राज्य मदरसा शिक्षा बोर्ड का फौकानिया का सर्टिफिकेट मैट्रिक के समतुल्य एवं मौलवी का सर्टिफिकेट इंटरमीडिएट के समतुल्य है।
इस बीच बिहार राज्य मदरसा शिक्षा बोर्ड एक्ट, 1981 में आवश्यक संशोधन एवं नियमावली (रुल) तैयार करने की काररवाई प्रक्रियाधीन है।
शिक्षा विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक बिहार राज्य मदरसा शिक्षा बोर्ड द्वारा मदरसों के एकेडमिक कैलेंडर में सुधार करते हुए फौकानिया एवं मौलवी की परीक्षा का आयोजन जनवरी में किया गया, ताकि सफल छात्र-छात्राओं का नामांकन देश के अलग-अलग विश्वविद्यालयों में हो सके। बोर्ड द्वारा गत वर्ष से ही छात्र-छात्राओं के लिए नामांकन, परीक्षा फॉर्म, प्रवेश पत्र एवं परीक्षाफल की ऑनलाइन व्यवस्था की गयी है। यही वजह है कि अब मदरसों के छात्र-छात्राएं अपने सभी कार्य ऑनलाइन कर रहे हैं।
राज्य सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण विभाग द्वारा फौकानिया में प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण सभी छात्र-छात्राओं को 10 हजार एवं मौलवी में प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण सभी छात्राओं को 15 हजार रुपये प्रति छात्रा प्रोत्साहन राशि दी जा रही है। अनुदानित मदरसे भी पोशाक, साइकिल एवं मध्याह्न भोजन योजना के दायरे में हैं। मौलवी पास होने वाली छात्राओं को 10 हजार रुपये की राशि सुकन्या योजना के तहत देने का फैसला लिया गया है।
उल्लेखनीय है कि राज्य में 1942 अनुदानित मदरसे हैं। इनमें 1,732 वस्तानिया स्तर के, 119 फौकानिया स्तर के, 55 मौलवी स्तर के, 22 आलिम स्तर के एवं 14 फाजिल स्तर के हैं। इसी प्रकार 2,530 गैरअनुदानित मदरसे हैं। इनमें 1,434 वस्तानिया स्तर के, 622 फौकानिया स्तर के, 294 मौलवी स्तर के, 40 आलिम स्तर के एवं 40 फाजिल स्तर के हैं। मदरसों में पढ़ रहे छात्र-छात्राओं की संख्या तकरीबन आठ लाख है।