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- एनसीसी से युवाओं को मिलती एकता-अनुशासन की शिक्षा
- पुरस्कृत हुए ‘रिपब्लिक डे कैम्प’ में उत्कृष्टï प्रदर्शन करने वाले
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(आज शिक्षा प्रतिनिधि)
पटना। राज्यपाल फागू चौहान ने कोरोनाकाल में राष्ट्रीय कैडेट कोर के कैडेटों की भूमिका की सराहना करते हुए कहा है कि एनसीसी से युवाओं को एकता, अनुशासन, सामाजिक समता एवं साझी सांस्कृतिक विरासत की शिक्षा मिलती है।
राज्यपाल श्री चौहान राजभवन परिसर में बुधवार को आयोजित एनसीसी कैडेट्स की ‘एट होम’ कार्यक्रम में एनसीसी कैडेट्स को सम्बोधित कर रहे थे। ‘एट होम’ कार्यक्रम का आयोजन नयी दिल्ली में सम्पन्न ‘72वें गणतंत्र दिवस समारोह’ में भाग लेकर लौटे बिहार-झारखंड के एनसीसी कैडेट्स को पुरस्कृत करने के लिए किया गया था।
कार्यक्रम में राज्यपाल ने ‘रिपब्लिक डे कैम्प-2021’ में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने पर सिनियर अंडर ऑफिसर शिवनंदन कुमार, कैडेट रंजन कुमार सिंह, कैडेट प्रशांत कुमार, कैडेट श्वेता सुमन एवं फ्लाइट कैडेट प्रिया कुमारी को पुरस्कृत किया। सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले कैडेटों को भी पुरस्कृत किया गया।
राज्यपाल श्री चौहान ने इस बात पर संतोष एवं प्रसन्नता व्यक्त की, कि एनसीसी सेना के तीनों अंगों- जल, थल और वायु सेना के उद्येश्यों से जुड़ी तैयारियां कराता है। इसके माध्यम से सामूहिकता, सामाजिकता और जीवन में सामंजस्य की भी शिक्षा दी जाती है। सामाजिक हितों के कार्य यथा- रक्तदान शिविरों का आयोजन, साक्षरता अभियान, दहेज एवं नशा उन्मूलन अभियान, कन्या भ्रूण हत्या आदि के विरुद्ध जागरुकता पैदा करने जैसे महत्वपूर्ण कार्य भी यह संगठन तत्परतापूर्वक करता है। वृक्षारोपण, आपदा प्रबंधन, स्वच्छता अभियान जैसे कार्यक्रमों में भी एनसीसी कैडेटों की सहभागिता सराहनीय रहती है।
कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल ने एनसीसी बिहार-झारखंड की उपलब्धियों पर आधारित स्मारिका का भी विमोचन किया। उन्होंने भारत की सैन्य शक्ति के विकास से संबंधित आयोजित प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया।
कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, उपमुख्यमंत्री श्रीमती रेणु देवी, शिक्षा मंत्री डॉ. अशोक चौधरी, विधान पार्षद नीरज कुमार, कला-संस्कृति विभाग के प्रधान सचिव रवि मनुभाई परमार, राज्यपाल के सचिव रॉबर्ट एल. चोंग्थू, एनसीसी के अपर महानिदेशक (बिहार-झारखंड) मेजर एम. इंद्रबालन एवं पटना विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. गिरीश कुमार चौधरी सहित एनसीसी एवं राजभवन के सभी संबंधित अधिकारी मौजूद थे।