(आज समाचार सेवा)
पटना। राज्य के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने कहा कि प्रवासी मजदूर पर होने वाले कार्यक्रम में प्लान ऑफ एक्शन होनी चाहिए। इनके लिए हमारी सरकार दृढ़ संकल्पित है। सरकार और मजदूरों के बीच सेतु के रूप में उत्प्रवासी मजदूर फाउंडेशन को काम करना चाहिए।
यह बात रविवार को एक स्थानीय होटल में आयोजित उत्प्रवासी मजदूर फाउंडेशन के उद्घाटन में बोल रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने प्रोजेक्ट लॉचिंग भी किया। उन्होंने संस्था से जुड़े सदस्यों से कहा कि इस संस्था को एक फोरम के रूप में विकसित कीजिए।
विज्ञान एवं प्रोद्यौगिकी मंत्री सुमित कुमार सिंह ने कहा कि इस संस्था के तहत जो कार्यक्रम किया जा रहा है, वह मजदूरों के भले के लिए है। हमारा मनाना है कि मजदूर को मजदूर नहीं बल्कि मेहनतकश व्यक्ति कहा जाए। मैं इसी मेहनत के बल पर ही मंत्री पद तक पहुंचा हॅू।
मैं भी किसान हॅू। मुझे मजदूरों का दर्द मालूम है। मेरा अनुरोध है कि यह संस्थान मजदूरों का बीमा भी करवायेंगे। उन्होंने कहा कि श्रम विभाग में मजदूरों का बीमा करने की योजना है। उन्हें एक लाख रूपये तक का बीमा मिलता है। इसमें जो भी मदद करना होगा, वह हम करने के लिए हमेशा तैयार है। मेरा इलाका जमुई है जो काफी पिछड़ा है। उस क्षेत्र में भी यह संगठन काम करे। मैं भी सहयोग करूंगा।
डा.अली इमाम ने कहा कि यह संस्था मजदूरों के लिए बनाई गयी है। कोविड काल में मजदूरों की दुर्दशा और दयनीयता देखी गयी। वो बिलख रहे थे। रो रहे थे। उनकी स्थिति को देखकर ही पिछले साल इस संस्था की आधारशिला रखी गई। यह संस्था जिला, प्रखंड और पंचायत स्तर तक जायेगी।
मजूदरों से जुड़ा अध्ययन करेगी। यह संस्था प्रवासी मजदूरों को वर्गीकृत करेगी। उन्हें कई हिस्सों में बांटेगी। उनका स्किल भी वर्गीकृत किया जाएगा। उसके बाद सरकार के साथ मिलकर काम करेंगे। कार्यक्रम में उत्प्रवासी मजदूर फाउंडेशन की निदेशक तायबा सायमा ने धन्यवाद ज्ञापन किया। इसकी अध्यक्षता मजदूर फाउंडेशन के निदेशक जुनैद नफीस ने किया। कार्यक्रम में सैयद हसीब, अली मंटू कुमार आदि उपस्थित थे।