रांची, । Lalu Yadav Latest News रांची रिम्स में इलाज के नाम पर भर्ती राजद सुप्रीमो लालू यादव का ‘जंगल’ राज फिर से लौट आया है। वाया होटवार जेल यहां पहुंचे कैदी नंबर-369 (लालू यादव) के कारण नियम कानून इस समय ठेंगे पर हैं। कहने के लिए यहां मजिस्ट्रेट और सुरक्षा कर्मचारी तैनात हैं, लेकिन इस कैदी से हर वह शख्स इस समय खुलेआम मुलाकात कर रहा है, जो मिलने की औकात रखता है। यानी पुलिस प्रशासन यहां भी लालू यादव की जेब में नजर आ रहे हैं। देखा जाए तो रांची रिम्स का पेइंग वार्ड बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री का जनता दरबार बन गया है। ऐसा लग ही नहीं रहा कि लालू यादव को पांच साल जेल की सजा हुई है। वह चारा घोटाला मामले में यहां सजा काट रहे हैं। पांच साल की सजा पाने वाले ऐसे कैदी शायद ही कहीं नजर आते हैं।
पहले भी रांची रिम्स में जनता दरबार लगाते रहे हैं लाूल यादव
लालू यादव की यह कहानी कोई नई नहीं है। इससे पहले भी जब वह रांची रिम्स में भर्ती कराए गए थे, हर दिन जनता दरबार सजाया करते थे। कार्यकर्ताओं और नेताओं की कौन कहे, झारखंड सरकार के दिग्गज मंत्री तक रात के अंधेरे में हाजिरी लगाने पहुंच जाया करते थे। कई ऐसे अवसर भी आए जब ‘जनता दरबार’ की तस्वीरें वायरल हो गईं। पुलिस प्रशासन का छीछालेदर हुआ तो अधिकारियों के बयान आए- सख्ती… कानूनी कार्रवाई… आदि आदि। इसबार तो आलम यह है कि कोई पुरसाहाल नहीं। सबने आंखें मूंद ली हैं। इस अराजकता पर न कोई प्रश्न पूछ रहा, न कोई इस ओर ध्यान दे रहा। विपक्ष की खामोशी भी देखने लायक है।
लालू यादव के शासनकाल में ही हाईकोर्ट ने कहा था जंगलराज
बहरहाल, लालू यादव का अराजकता से गहरा नाता रहा है। जब वह बिहार के मुख्यमंत्री हुआ करते थे, तो कानून व्यवस्था की खराब स्थिति को देखते हुए हाई कोर्ट ने कह दिया था- यहां जंगलराज है। अब भले ही लालू यादव मुख्यमंत्री नहीं रह गए हैं। बिहार उनके हाथ में नहीं है। लेकिन जहां इस समय मौजूद हैं, वही अब जंगल में तब्दील हो गया है। इस जंगल में उनका शासन भी चल रहा है। प्रशासन तो उनकी जेब में है ही। हाल के दिनों में ही कई ऐसी घटनाएं सामने आई हैं, जो इसकी पुष्टि कर रही हैं।