बगहा (प.च.)। प्रखंड बगहा दो के भडछी पंचायत के सरेह में लगे तीन नलकूप कागजों में ही शोभा बढ़ा रहे हैं। वे सिचाई के मामले में किसानों को खून के आंसू रुला रहे हैं। वहीं, जिम्मेदारों का रवैया भी गैरजिम्मेदाराना है। राजकिय नलकूप जब लग रहा था तब आसपास के किसान खुशी के मारे फुले नहीं समा रहे थे। कि अब फसलों में पानी के लिए दर बदर भटकना नहीं पड़ेगा। लेकिन दशकों बाद भी किसानों के खेतों में उन नलकूपों से पानी नही पहुंचा। अब तो हालत यह है कि तीनों नलकूप जर्जर अवस्था में पहुंच चुके है।
हालाकि दो वर्ष पूर्व राजकिय नलकूप विभाग से मरम्मति के नाम लाखो रूपयों की राशि उठाव किया गया। मगर नलकूपों की स्थिति जस की तस बनी रही। राशि मिलने के बाद भी उन नलकूपों में किसी भी प्रकार की कोई सुधार नहीं देखी गई। और, किसानों को सिंचाई का लाभ नहीं मिला। इसका प्रभाव सीधे फसलों के उत्पादन पर पड़ रहा हैं। ठेकेदार, मुखिया,पंचायत सचिव व राजकिय नलकूप विभाग के सहमति से मरम्मती के नाम पर उठाए गए लाखों रुपए बेमानी ही है अगर नलकूप से एक बूंद पानी नहीं मिला खेतों को।
भडछी गांव निवासी ओमप्रकाश काजी ने बताया कि मेरे जमीन मे लगें राजकीय नलकूप जो फसलों की सिचाई के लिए लगा लेकिन आज तक नलकूप से पानी नहीं मिला। साथ ही कुछ दिनों बाद राजकिय नलकूप विभाग द्वारा पाईप व मोटर भी खोल ले गये। मेरा जमीन भी बर्बाद हो गया है वर्षों से पानी नहीं दे रहा है। नलकूप न चलने की वजह से फसलों की सिचाई प्रभावित हो रही है। इसकी शिकायत विभागीय अधिकारियों से किया गया था।
मिश्रौली निवासी रामकिशुन महतो बताते हैं कि हमारे जमीन मे राजकीय नलकूप की बोरिंग हुआ मोटर व पाईप लगाया गया लेकिन एक कट्टा खेत का पटवन नही हुआ। विभाग सिंचाई के नाम पर केवल खानापूर्ति करती है। किसानों के प्रति सरकार लंबा-चौड़ा दावा जरूर करता है, विभागीय उदासीनता के कारण किसानों को इसका लाभ नहीं मिलता है। कागज पर सिंचाई दिखा दिया जाता है। जबकि इस नलकूप से एक कट्टा तक किसी का खेत का पटवन नहीं होता है।
पुजारी महतो ने बताया कि मेरे जमीन जब राजकिय नलकूप विभाग नलकूप लगाने योजना आये तो बहुत खुशी मिली। लेकिन हमें क्या पता राजकीय नलकूप शोपीस बन कर रह जाएगा तो जमीन नहीं देता। सिंचाई के लिए नलकूप का भरोसा छोड़कर निजी पम्पसेट से रबी की सिचाई करने में जूटे हुए है।
इस बाबत पूछे जाने पर बगहा दो वीडियो प्रणव कुमार गिरी ने बताया कि मामला संज्ञान में आने के बाद प्रखंड स्तरीय जांच टीम को भेजा गया था। टीम के द्वारा जांच करके रिपोर्ट दे दिया गया है। प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।