मुख्यमंत्री ने भारी बारिश के मद्देनजर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से की उच्चस्तरीय बैठक
-
-
- जल संसाधन विभाग अभियंताओं को आक्रमण्य स्थलों पर पूरी तरह अलर्ट रखें
- एनडीआरएफ वं एसडीआरएफ की टीमों को भी पूरी तरह रखें अलर्ट
- तटबंध के समीप बसे लोगों को माइकिंग कर करें सचेत
-
(आज समाचार सेवा)
पटना। मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने कहा है कि नेपाल भूभाग मे पिछले 48 घंटे से हो रही भारी बारिश एवं गंडक मे भारी डिसचार्ज से संभावित बाढ को लेकर अधिकारियों, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ को अलट्र मोड मे रहने कहा है। मुख्यमंत्री मंगलवार को 1 अणे मार्ग स्थित संकल्प में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से नेपाल एवं गंडक नदी के जलग्रहण क्षेत्रों में पिछले 24 घंटे से भारी बारिष के मद्देनजर उच्चस्तरीय समीक्षा के क्रम मे अधिकारियों को निदेशित कर रहे थे।
बैठक में जल संसाधन विभाग के सचिव श्री संजीव हंस ने बताया कि नेपाल एवं गंडक नदी के जलग्रहण क्षेत्र में हो रही भारी वर्षापात के कारण गंडक नदी के जलश्राव (डिस्चार्ज) एवं नदी के जलस्तर में काफी वृद्धि होने की संभावना है। इसे लेकर विभाग पूरी तरह मुस्तैद है।
बैठक में मुख्यमंत्री ने भारी वर्षापात एवं संभावित बाढ़ की स्थिति को देखते हुये आपदा प्रबंधन विभाग, जल संसाधन विभाग एवं सभी संबंधित जिलाधिकारियों को पूरी तरह अलर्ट में रहने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि मौसम पूर्वानुमान एजेंसियों के माध्यम से प्राप्त सूचना के आधार पर भारी बारिष की संभावना को देखते हुये आपदा प्रबंधन विभाग को पूरी तरह अलर्ट रहे। उन्होंने कहा कि तटबंधों के निकट रहने वाले लोगों के बीच माइकिंग के जरिये इसका विषेष रूप से प्रचार-प्रसार कराया जाय ताकि निष्क्रमण की कार्रवाई त्वरित गति से हो सके।
मुख्यमंत्री ने जल संसाधन विभाग को निर्देश दिया है कि जल संसाधन विभाग अपने सभी अभियंताओं को आक्रमण्य स्थलों पर पूरी तरह अलर्ट रखें ताकि तटबंधों की सुरक्षा की निगरानी की जा सके। जिलों में पूर्व से प्रतिनियुक्त एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ की टीमों को भी पूरी तरह अलर्ट मोड में रखा जाय ताकि किसी भी प्रतिकूल स्थिति में त्वरित कार्रवाई की जा सके।
बैठक में जल संसाधन मंत्री श्री संजय कुमार झा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अनुपम कुमार एवं मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह उपस्थित थे, जबकि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्य सचिव श्री त्रिपुरारी शरण, अपर मुख्य सचिव आपदा प्रबंधन श्री प्रत्यय अमृत, जल संसाधन विभाग के सचिव श्री संजीव हंस तथा पूर्वी चम्पारण, पश््चिमी चम्पारण एवं गोपालगंज के जिलाधिकारी जुड़े हुए थे।