- बिहार में दो विधनसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव में महागठबंधन में फूट तो पड़ ही गई है, अब महागठबंधन के दोनों घटक दल कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के बीच तल्खी भी बढ़ती जा रही है, जिससे महागठबंधन में टूट के कयास लगाए जाने लगे हैं।
उपचुनाव के बाद दोनों पार्टियों की राह अलग हो जाएगी
बिहार में कुशेश्वरस्थान और तारापुर विधानसभा क्षेत्रों में हो रहे उपचुनाव में दोनों पार्टियां अकेले चुनाव मैदान में उतरी हैं। राजद ने पहले ही दोनों सीटों पर अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी, जिससे कांग्रेस नाराज हो गई और उसने भी दोनों सीटों पर प्रत्याशी उतार दिए। इसके बाद दोनों पार्टियों के नेताओं के बीच हो रही बयानबाजी के बाद ऐसा लगने लगा है कि उपचुनाव के बाद दोनों पार्टियों की राह अलग हो जाएगी।
ड्राइंग रूम में बैठकर राजनीति नहीं होती-मनोज झा
वैसे, देखा जाए तो कन्हैया कुमार के कांग्रेस में आने के बाद ही राजद की नाराजगी बढ गई थी। इस बीच कांग्रेस के बिहार प्रभारी भक्तचरण दास के राजद के किसी अन्य पार्टी के साथ समझौता करने के बयान ने आग में घी का काम किया। दास ने अपने बयान में राजद और भाजपा के बीच गठबंधन का इशारा किया था। दास के इस बयान के बाद राजद के नेता मनोज झा ने कांग्रेस प्रभारी पर पलटवार करने में देर नहीं की। उन्होंने कांग्रेस को नसीहत देते हुए कह दिया कि ड्राइंग रूम में बैठकर राजनीति नहीं होती। इससे जमीनी हकीकत नहीं समझ सकते। उन्होंने यहां तक कह दिया कि हमने जितना गठबंधन धर्म निभाया है, उतना कोई पार्टी नहीं निभा सकता। उन्होंने यहां तक कह दिया कि प्रभार लेने का मतलब यह नहीं कि पार्टी की लुटिया ही डूबा दें।