मुजफ्फरपुर। नीतीश कैबिनेट में शामिल भूमि राजस्व एवं कानून मंत्री रामसूरत राय के भाई हंसलाल राय की मुश्किलें बढ़ गई हैं। जिले की पुलिस ने हंसलाल राय की गिरफ्तारी की प्रक्रिया शुरू कर दी है। मंत्री के भाई पर शराब के कारोबार में संलिप्त होने का आरोप है, जिसे लेकर विपक्ष सदन में और बाहर दोनों जगह नीतीश सरकार पर हमलावर हो रही है। वहीं बिहार विधानसभा का यह सत्र हंगामे के भेंट चढ़ गया है।
मुजफ्फरपुर पुलिस ने मंत्री के भाई हंसलाल राय की गिरफ्तारी के लिए कोर्ट से वारंट के लिए अर्जी दाखिल की है, जैसे ही वारंट हासिल होगी वैसे ही हंसलाल राय की गिरफ्तार कर लिया जाएगा। ऐसा माना जा रहा है कि हंसलाल राय सरेंडर भी कर सकते हैं। बता दें कि यह मामला साल 2020 के नवंबर महीने का है। हंसलाल राय द्वारा संचालित एक स्कूल से ट्रक और दो अन्य गाड़ियों के साथ भारी मात्रा में विदेशी शराब जब्त किया गया था।
इस मामले में मंत्री के भाई हंसलाल राय समेत 15 लोगों को अभियुक्त बनाया गया था, जिसमें से पांच को पुलिस ने पकड़ कर जेल भेज दिया है। विपक्ष ने कई बार मंत्री रामसूरत राय पर शराब कारोबार के आरोपित भाई को संरक्षण देने का आरोप लगाया है। हालांकि मंत्री ने सदन में और प्रेस वार्ता कर सफाई दी है। मंत्री का कहना है कि साल 2012 में उनके भाई से विधिवत बंटवारा हो चुका है। इसलिए शराब कारोबार के आरोपी भाई के किसी भी तरह के कारोबार या गतिविधि का संबंध मंत्री रामसूरत राय से नहीं है।