बिहारशरीफ (आससे)। बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के बैनर तले स्वास्थ्य कर्मियों ने वेतन नहीं तो काम नहीं कार्यक्रम के तहत दूसरे दिन सिविल सर्जन कार्यालय के समक्ष धरना दिया। धरना की अध्यक्षता बृजनंदन प्रसाद ने किया।
बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ द्वारा संचालित महिला उप समिति के जिला उप संयोजिका प्रेमलता कुमारी ने धरना को संबोधित करते हुए कहा कि आईपीएचएस मानके के अनुरूप उपकेंद्रों से लेकर मेडिकल कॉलेज, अस्पताल के कर्मी स्वीकृत पदों पर बहाली नहीं होने के कारण एक-एक स्वास्थ्य कर्मी तीन से चार कर्मचारियों का बोझ अपने सर पर ले रहे है।
इस दौरान अन्य धरणार्थियों ने कहा कि सरकार के द्वारा काम नहीं तो वेतन नहीं के सिद्धांत को प्रतिपादित किया गया है। इस परिस्थिति में वेतन नहीं तो काम नहीं का सिद्धांत इसी में अंतर्निहित है। वित्तीय वर्ष समाप्ति पर है मगर अभी तक पर्याप्त आवंटन की व्यवस्था नहीं की गयी है। वेतन नहीं मिलने के कारण हम स्वास्थ्य कर्मी भुखमरी के कगार पर है। इसलिए हमलोग सरकार को ध्यान आकृष्ट करा रहे है। हमलोगों की मांग है कि बकाया वेतन का मूल भुगतान किया जाय। प्रोत्साहित राशि मजदूरी का अविलंब भुगतान किया जाय।
धरना में संजय कुमार, अरविंद कुमार, राजेश कुमार सिंह, नदीम, प्रहलाद, मीना कुमारी, अनिता कुमारी, अस्मिता कुमारी, कुमारी कुमुदलता, संजू कुमारी, सरोज कुमारी, कुसुम कुमारी, सुशीला कुमारी, सुमित्र कुमारी, उसन कुमारी, अशर्फी कुमारी आदि उपस्थित थे।