पटना

पटना: सीएम का अधिकारियों को टास्क- पटना को कंट्रोल कीजिए, बाकी सब ठीक हो जायेगा


अधिकारियों एव कर्मियों को नीतीश ने दिलायी शपथ, शराब के विरोध में नये सिरे से अभियान चलाना होगा

(आज समाचार सेवा)

पटना। नशा मुक्ति दिवस पर राज्य के लोगों को शराब के विरोध में शपथ दिलाने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि शराब के विरोध में नये सिरे से अभियान चलाना होगा। भूलियेगा मत सभी ने शपथ लिया है इसके प्रति प्रतिबद्घता रहे। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को टास्क देते हुए कहा कि पहले पटना को कंट्रोल कीजिये, सब जगह अपने आप में कंट्रोल हो जायेगा। मुख्यमंत्री शुक्रवार को ज्ञान भवन के कन्वेंशन सेंटर में नशा मुक्ति दिवस पर मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन हविभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि हम यह नहीं कहते कि जो काम कीजियेगा उसे सभी लोग माने ही। कुछ लोग तो हर जगह गड़बड़ करने वाले रहते ही हैं। वे धीरे-धीरे समझेंगे। शराबबंदी की हमने नौ बार अधिकारियों के संग बैठक कर समीक्षा की। हाल के दिनों में जहरीली शराब से मौत होने का मामला आया। एक बार फिर १६ नवंबर को अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। इसमें अब तक दिये गये निर्देशों के अनुपालन में कहां चूक हुई उसके संबंध में जिला से लेकर मुख्यालय तक के अधिकारियों से जवाब मांगा। हमने साफ शब्दों में कहा है कि पूर्व की गलतियों व चूकों को सुधारिये और नये सिरे से शराबबंदी के समर्थन में जोरदार जागरूकता अभियान चलायें।

मुख्यमंत्री ने डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि शराब पीने से विश्व में कुल मृत्यु का ५.३ प्रतिशत शराब पीने से होती है। उसमें १३.४ प्रतिशत मौत १९ से ३९ वर्ष के आयु वर्ग के लोग होते हैं। १८.४ प्रतिशत लोग शराब के नशे में आत्महत्या करते हैं। ३७ प्रतिशत मौत सडक़ दुर्घटना से होती है। उन्होंनें कहा कि डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट महत्वपूर्ण है। इसे सभी लोगों को बताना आवश्यक है।


बिहार बोर्ड में आनंद किशोर ने दिलायी शपथ

(आज शिक्षा प्रतिनिधि)

पटना। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अधिकारी-कर्मचारियों ने नशामुक्ति दिवस पर शुक्रवार को आजीवन शराब का सेवन नहीं करने और अपने दैनिक जीवन में भी शराब से संबंधित किसी प्रकार की गतिविधियों में शामिल नहीं होने की शपथ ली। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने समिति के मुख्य भवन के परिसर में अधिकारी-कर्मचारियों को शपथ दिलायी। इस अवसर पर बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर द्वारा इससे संबंधित शपथ पत्र पर भी हस्ताक्षर किया गया।

समिति के अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा भी शपथ पत्र पर हस्ताक्षर किये गये। अधिकारी-कर्मचारियों ने बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के परिसर में सत्यनिष्ठा के साथ शपथ ली कि वे आजीवन शराब का सेवन नहीं करेंगे। यह भी शपथ ली कि वे कर्तव्य पर उपस्थित रहें अथवा न रहें, अपने दैनिक जीवन में शराब से संबंधित गतिविधियों में किसी प्रकार से शामिल नहीं होंगे तथा शराबबंदी को लागू करने के लिए जो भी विधिसम्मत कार्रवाई अपेक्षित है, उसे करेंगे। इस बात की भी शपथ ली गयी कि यदि शराब से संबंधित किसी भी गतिविधि में शामिल पाये जायेंगे, तो नियमानुसार कठोर कार्रवाई के भागीदार बनेंगे।


उन्होंने विपक्ष के आरोपों के संदर्भ में कहा कि वे कहते हैं खराब दारू पीने से मौत होती है तो क्या वे यह कहना चाहते हैं लोगों को अच्छे किस्म का शराब मिलना। जब शराबबंदी कानून बना था तो सभी लोगों ने साथ मिलकर शराब नहीं पीने और नहीं पिलाने की शपथ ली थी तो उसे क्या भूल गये हैं। आश्चर्य होता है जो बोलते हैं उसे भूल जाते हैं। जब कानून बना था उस वक्त विभाग किसके पास था। मुख्यमंत्री ने कहा कि शराबबंदी को सख्ती से लागू कीजिये। आज फिर एक बार शपथ लिया जा रहा है। जो अधिकारी गड़बड़ कर रहे हैं उनके उपर पूरी नजर रखों तथा उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करें।

राजस्व की क्षति होने की बात कहे जाने पर सीएम ने कहा कि ऐसा कहां हो रहा है। पहले वर्ष १२०० करोड़ की क्षति हुई थी उसके बाद तो सब ठीक हो गया। किसानों की आमदनी बढ़ी है। लोग बाग नयी-नयी चीजें खरीदे रहे हैं। शराब पीने से जो पैसा बर्बाद हो रहा था वह अब बच रहा है। समाज में परिवर्तन हो रहा है। सिर्फ मजबूती से काम करना होगा। समीक्षा बैठक में जो निर्णय लिया गया है उसे कड़ाई से लागू कीजिये। जिला स्तर पर १५ दिन पर तथा पुलिस मुख्यालय स्तर पर हर दूसरे दिन इसकी समीक्षा होनी चाहिए। हम तो नहीं चाहेंगे कि शराबबंदी खत्म हो। उन्होंने कहा कि आज जो शपथ लिया गया है उसमें कितने लोगों ने शपथ लिया। शपथ पत्र पढ़ रहे थे या सिर्फ खड़े थे। सभी को शपथ दिलवाइये।


उत्कृष्ट कार्य करने वाले पुरस्कृत

नशा मुक्ति दिवस पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शराबबंदी को लागू कराने में उत्कृष्टï कार्य करने वाले अधिकारियों एवं कर्मियों को मोमेंटो एवं प्रशस्ति पत्र देकर पुरस्कृत किया। किशनगंज एसपी कुमार आशीष, आरक्षी उपाधीक्षक मद्य निषेध अमानुल्लाह खां, निरीक्षके दीपांकर, उदय शंकर, मो कलीम, मो सिराजुद्दीन, कटोरिया थानाध्यक्ष नीरज कुमार तिवारी, अमित कुमार पाल, सोनू कूमार, इंद्रदेव यादव, अगेसेन कुमार, धर्मेंद्र बेसरा, सहायक आयुक्त गया प्रेम प्रकाश सहाय, अधीक्षक औरंगबाद सीमा चौरसिया, अभय कुमार मिश्रा, देवेंद्र कुमार, चंदन कुमार, निजय कुमार, प्रमोद कुमार, पुष्प कुमार, रवि कुमार, नीति कुमार, आम्रपाली कुमारी, प्रियरंजन भारती, साकेत सुमन, दिलीप कुमार को उत्कृष्ट कार्य के लिए पुरस्कृत कर उन्हें सम्मानित किया गया।


इससे पूर्व शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने शराबबंदी को प्रगतिशील कानून बताते हुए कहा कि इसका दूरगामी असर नयी पीढ़ी के उपर पड़ेगा। यह अच्छाई के लिए बदलाव लाने वाला कानून है। शराब के सेवन से लोगों का सामाजिक विश्वनीयता खत्म होता है। मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि हाल के दिनों में दुखद घटनाएं घटी है, इससे हम इनकार नहीं कर सकते। मजबूती के साथ कानून को लागू करने की जरूरत है। लोगों के टीका टिप्पणी से हम घबराने वाले नहीं हैं। उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद एवं रेणु देवी ने भी शराबबंदी को सख्ती से लागू करने को समय की मांग बताया।

समारोह में ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, पीएचइडी मंत्री रामपृत पासवान, खाद्य उपभोक्ता संरक्षण मंत्री लेसी सिंह, अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण मंत्री संतोष कुमार सुमन, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण, डीजीपी एसके सिंघल, विकास आयुक्त आमिर सुबहानी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, अपर मुख्य सचिव मद्य निषेध, उत्पाद एवं निरीक्षण केके पाठक, अपर मुख्य सचिव शिक्षा संजय कुमार, प्रधान सचिव जलवायू परिवर्तन, वन एवं पर्यावरण दीपक कुमार सिंह, प्रधान सचिव खान एवं भूतत्व हरजोत कौर, प्रधान सचिव ग्रामीण विकास अरविंद कुमार चौधरी, उत्पाद आयुक्त बी कार्तिकेय धनजी, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, पटना डीएम चंद्रशेखर सिंह, एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा,  मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह समेत कई अधिकारी मौजूद थे। वहीं वीडियो कांफ्रेंसिंग से सभी प्रमंडलीय आयुक्त, सभी जोनल आइजी, सभी डीआइजी, सभी जिला पदाधिकारी एवं सभी एसएसपी व एसपी जुड़े हुए थे।