इंफाल, । मणिपुर के मुख्यमंत्री ने साफ तौर पर कहा है कि अभी तक उनके राज्य में म्यांमार के निवासियों के आने की कोई खबर नहीं है। सीएम एन. बीरेन सिंह ने कहा कि हमने सीमा पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर लिए हैं और सभी सतर्क कर दिया है। साथ ही कहा कि हालांकि, यह मामला एक द्विपक्षीय मुद्दा है (भारत और म्यांमार के बीच) और राज्य सरकार इस मुद्दे पर कोई कार्रवाई नहीं कर सकती है।
इन राज्यों की सीमा म्यांमार से लगती है
बता दें कि म्यांमार में सैन्य तख्तापलट के शिकार शरणार्थियों के भारत शरण लेने के मुद्दे पर केंद्र सरकार सतर्क हो गई है। हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पूर्वोत्तर के चार राज्यों मिजोरम, नगालैंड, अरुणाचल प्रदेश और मणिपुर के साथ-साथ असम राइफल्स को सैन्य तख्तापलट के शिकार म्यांमार से शरणार्थियों के आगमन पर रोक लगाने के लिए उचित कदम उठाने के निर्देश दिए थे। बता दें कि उक्त चारों राज्यों की सीमा म्यांमार से लगती है।
बता दें कि म्यांमार में सैन्य तख्तापलट के बाद से लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहा है। लोग तख्तापलट को लेकर काफी नाराज हैं। सेना इन विरोध प्रदर्शनों पर लगाम लगाने की हरसंभव कोशिश कर रही है। इतना ही नहीं प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाने की भी कई घटनाएं पिछले दिनों सामने आई हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, विरोध प्रदर्शनों में अब तक 70 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। ऐसे में म्यांमार के कुछ लोग भारत में भी शरण लेने की योजना बना सकते है। इसलिए भारत ने संबंधित राज्यों को सर्तक कर दिया है।