श्योपुर, । नामीबिया से लाकर मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क के बड़े बाड़े में छोड़े गए दो चीतों ने अपना शिकार 24 घंटे के अंदर ही कर लिया। चीतों द्वारा कूनो नेशनल पार्क में अपना पहला शिकार किए जाने से यह माना जा रहा है कि उन्हें यह स्थान रास आ गया है।
चीतों ने किया एक हिरण का शिकार
डीएफओ प्रकाश कुमार वर्मा के अनुसार शनिवार को दो चीतों को बड़े बाड़े में छोड़ा गया था, इस पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट कर इनका वीडियो भी शेयर किया था। चीतों ने एक हिरण का शिकार किया है। मालूम हो कि अभी 6 चीते छोटे बाड़े में ही हैं, जिन्हें बहुत जल्द ही दूसरे बड़े बाड़ों में छोड़ा जा सकता है।
1500 वर्ग मीटर क्वारंटाइन बाड़े में रखा गया
कूनो प्रबंधन ने दो नर चीतों को बड़े बाड़े में छोड़ दिया था। चीतों को बड़े बाड़े में छोड़े जाने से पहले विशेषज्ञों ने इसका निरीक्षण किया था। नामीबिया से कूनो नेशनल पार्क लाए गए चीतों को पहले 1500 वर्ग मीटर क्वारंटाइन बाड़े में रखा गया। इस दौरान उन्हें वहीं मांस दिया गया। बड़े बाड़े में हिरण और चीतल जैसे जानवर मौजूद हैं।
मालूम हो कि कूनो में पार्क में चीतों के लिए बनाए गए बाड़े में जब इन चीतों को छोड़ा गया वह पहले तो डरे सहमे से दिखाई दिए कारण यह भी था कि काफी लंबे समय के बाद उन्हें बड़े मैदान में जाने का मौका मिला था। लेकिन वहीं, थोड़ी देर बाद ही दोनों नर चीते जैसे ही बड़े-बाड़े में गए तो वे वो उधर, उछलकूद करते नजर आए।
पसंद आया कूनो का वातावरण
वन विभाग के अधिकारी बड़े बाड़े में छोड़े गए चीतो की उनके गले में पहनाए गए कालर आईडी से मानीटरिंग कर रहे। कालर आईडी से चीतों की लोकेशन सेटेलाइट के माध्यम से उन पर नजर रख रहे हैं। नामीबिया से लाकर मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले में स्थित कूनो नेशनल पार्क में छोड़े गए 8 चीतों को यहां का वातावरण पूरी तरह से रास आ गया है। अधिकारियों का कहना है कि यहां लाए गए सभी चीते पूरी तरह से स्वस्थ नजर आ रहे है। ओर वे अब यहां की आबोहवा में ढल गए है। उनकी रफ्तार बता रही थी कि, वह लंबे समय से बंदिशों से आजाद होने का इंतजार कर रहे थे। विभागीय अधिकारियों के अनुसार उन्होंने अब तो शिकार भी कर लिया इसलिए चरणबद्ध तरीके से बाकी चीतों को भी जल्द छोड़ा जाएगा।