- पंजाब में बगावत का सामना कर रही कांग्रेस को उत्तर प्रदेश में भी झटका लगा और जितिन प्रसाद ने पार्टी छोड़ दी. इस सबके बीच अब राजस्थान में भी हलचल शुरू हो गई है. पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट गुरुवार को अपने आवास पर समर्थक विधायकों के संग बैठक कर रहे हैं. हालांकि, सूत्रों का कहना है कि ये मीटिंग पेट्रोल-डीज़ल के बढ़ते दामों के खिलाफ कांग्रेस के प्रदर्शन को लेकर हो रही है.
दरअसल, अटकलें लगाई जा रही थी कि पूर्व मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने पाला बदल लिया है और वो अब अशोक गहलोत के खेमे में चले गए हैं. लेकिन इस बीच विश्वेंद्र सिंह भी गुरुवार को सचिन पायलट के घर पहुंचे और अटकलों पर विराम लग गया. शुक्रवार को राजेश पायलट की जयंती है, ऐसे में सचिन पायलट हर बार उनकी मूर्ति पर माल्यार्पण करने जाते हैं, साथ में विधायक भी होते हैं. इस बार कोरोना होने के कारण उन्होंने समर्थकों से बड़ी मात्रा में जुटने के लिए नहीं कहा है.
सचिन पायलट का कहना है कि वह साथी विधायकों के साथ बीजेपी के खिलाफ पेट्रोल-डीज़ल के बढ़ते दामों के मसले पर होने वाले प्रदर्शन को लेकर मंथन कर रहे हैं. उनके घर अभी राकेश पारिक, विश्वेंद्र सिंह यानी दो विधायक मौजूद हैं.
पंजाब की तरह मचेगी राजस्थान में खलबली?
दरअसल, पिछले साल अपने समर्थकों के साथ मिलकर सचिन पायलट ने बागी तेवर अपनाए थे. तब बड़ी ही मुश्किल से कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने स्थिति को संभाला था, कांग्रेस की ओर से अशोक गहलोत गुट और सचिन पायलट गुट में दूरियां मिटाने के लिए एक पैनल भी बनाया गया था.