नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को लोकसभा में भाजपा सरकार पर हमला किया। कांग्रेस नेता ने देश के संवैधानिक संस्थाओं न्यायपालिका व चुनाव आयोग के साथ पेगासस का जिक्र कर कहा कि इसका इस्तेमाल कर सरकार जनता की आवाज को दबाने का प्रयास कर रही है। संसद में दिए राहुल गांधी के इसी बयान पर भड़के केंद्रीय कानून मंत्री किरण रिजिजू ने पलटवार करते हुए उनसे माफी की मांग की है।
कानून मंत्री ने कहा, ‘संवैधानिक व्यवस्था के प्रति उनके (राहुल गांधी) मन में कोई सम्मान नहीं है। अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर उन्होंने लिखा,’ केवल भारत के कानून मंत्री के तौर पर नहीं बल्कि एक सामान्य नागरिक के तौर पर भी मैं राहुल गांधी के उस बयान की निंदा करता हूं जो उन्होंने देश के न्यायिक व्यवस्था व चुनाव आयोग को लेकर दिया है।’
राहुल ने कहा, ‘एक आइडिया द्वारा हमारे देश की संस्थानों पर हमला किया जा रहा है और इसके लिए न्यायपालिका, चुनाव आयोग व पेगासस को हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है।’ कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि उसकी पूंजीपति समर्थक नीतियों के चलते आज अमीरों और गरीबों के दो अलग-अलग भारत बन गए हैं और इनके बीच की खाई दिनों-दिन गहरी होती जा रही है। वहीं, देश के युवा रोजगार नहीं मिलने से हताश हो रहे हैं और इस समय बेरोजगारी पिछले 50 साल में सबसे अधिक पहुंच गई है। राहुल ने इस दौरान संघीय ढांचे पर प्रहार किए जाने से लेकर विपक्ष और लोकतांत्रिक संस्थाओं की आवाज दबाने का आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव आयोग, न्यायपालिका समेत तमाम संस्थाओं को कब्जे में लेने का प्रयास किया जा रहा है।