1- लुलु ग्रुप का सबसे अधिक कारोबार खाड़ी देशों एवं खास तौर पर संयुक्त अरब अमीरात में है। इस ग्रुप का मध्य पूर्व, एशिया, अमेरिका एवं यूरोप सहित करीब 22 देशों में कारोबार फैला है। लुलु ग्रुप से करीब 57 हजार लोगों को रोजगार मिला हुआ है। मूल रूप से भारतीय यूसुफ अली ही लुलु ग्रुप के मालिक हैं। इनका नाम एसए यूसुफ अली है। अली केरल के त्रिशूर जिले में स्थित नाट्टिका नामक जगह के रहने वाले हैं। आपको बता दें दोस्तों कि वही लुलु की कंपनी लुलु ग्रुप इंटरनेशनल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक हैं। उनका जन्म 15 नवंबर 1955 को हुआ था। इस समय उनकी उम्र 67 वर्ष है। परिवार की बात करें तो एमए यूसुफ अली की 3 बेटियां हैं। इस समय उनका पूरा परिवार अबू धाबी में ही रहता है।
2- यूसुफ अली वर्ष 1973 में अबू धाबी चले गए। अब उनकी गिनती वहां के टाप बिजनेसमैन में होती है। यूसुफ अली अपने बिजनेस के साथ-साथ चैरिटी के लिए भी जाने जाते हैं। गुजरात में आए भूकंप से लेकर सुनामी और केरल में आई बाढ़ तक उन्होंने कई बार बड़ी रकम दान की है। उनके ग्रुप का सालाना टर्नओवर आठ अरब डालर है और उन्होंने करीब 57 हजार लोगों को रोजगार दिया है। 2021 में, यूसुफ अली को आबू धाबी के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उन्हें यह पुरस्कार आबू धाबी के क्राउन प्रिंस हिज हाइनेस शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने प्रदान किया। यूसुफ को अबू धाबी चैंबर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्री के उपाध्यक्ष के रूप में भी नियुक्त किया गया है। इसके अलावा यूसुफ अली को पद्मश्री और प्रवासी भारतीय सम्मान से भी नवाजा जा चुका है।
3- यूसुफ अली का जन्म 15 नवंबर, 1955 को केरल के एक मुस्लिम परिवार में हुआ था। वह अपने चाचा के खुदरा व्यापार को संभालने के लिए महज 18 साल की उम्र में अबू धाबी चले गए। यूसुफ अली फोर्ब्स इंडिया अमीर लिस्ट 2021 में पांच अरब डालर की संपत्ति के साथ 38वें स्थान पर थे। 42 देशों में कारोबार करने वाले लुलु ग्रुप का सालाना कारोबार 8 अरब डालर का है और इस समूह में 57 हजार से ज्यादा लोग कार्यरत हैं। साल 2021 में लुलु ग्रुप के प्रमुख एमए यूसुफ अली और उनकी पत्नी को ले जा रहा एक हेलीकाप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। ये हादसा केरल में हुआ था। हालांकि, इस हादसे में यूसुफ अली और उनकी पत्नी बाल-बाल बच गए थे।