अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई ‘बॉम्बे बेगम्स’ विवादों में घिर गई है। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग द्वारा आरोप लगाए गए हैं कि इसमें बच्चों का अनुचित तरीके से चित्रण किया गया है। एनसीपीसीआर ने एक नोटिस जारी कर इस वेब सीरीज की स्ट्रीमिंग को रोकने की मांग की है।
बता दें कि एनसीपीसीआर का उद्देश्य बच्चों को समानता का अधिकार दिलवाना है। जिसके अंतर्गत एनसीपीसीआर ने नेटफ्लिक्स को नोटिस भेजा है। जिसमें कहा गया है कि नेटफ्लिक्स को 24 घंटों के अंदर विस्तृत कार्रवाई कर रिपोर्ट पेश करनी होगी। ऐसा नहीं करने पर आयोग कानूनी कार्रवाई भी कर सकता है।
एनसीपीसीआर ने नोटिस में आरोप लगाया कि इस सीरीज में नाबालिगों का कैजुअल सेक्स और नशीले पदार्थों का सेवन दिखाया गया है। इस प्रकार के तत्व से न केवल युवा लोगों के दिमाग पर बुरा असर पड़ेगा, बल्कि इससे बच्चों के साथ दुर्व्यवहार और शोषण भी हो सकता है।
आयोग ने अपने नोटिस में कहा कि नेटफ्लिक्स को बच्चों से जुड़े या बच्चों के लिए कोई भी कंटेन्ट प्रदर्शित करते समय ज्यादा सावधानी बरतनी चाहिए। आयोग ने नेटफ्लिक्स को आदेश दिया कि तुरंत इस सीरीज की स्ट्रीमिंग को रोक दे और 24 घंटों के अंदर इस संबंध में विस्तृत कार्रवाई रिपोर्ट प्रस्तुत करे। यदि ऐसा नहीं किया जाता है तो आयोग सीपीसीआर अधिनियम, 2005 की धारा 14 के प्रवधानों के तहत उचित कार्रवाई कर सकता है।