पटना

विश्वविद्यालयों ने नहीं दिया 249 करोड़ रुपये का हिसाब


(आज शिक्षा प्रतिनिधि)

पटना। डेढ़ साल बाद भी सात विश्वविद्यालयों ने 249 करोड़ रुपये का हिसाब नहीं दिया है। यह राशि 122 सम्बद्ध डिग्री कॉलेजों के अनुदान मद विश्वविद्यालयों को मार्च, 2020 में ही शिक्षा विभाग से मिली थी। यह राशि स्नातक शैक्षिक सत्र 2009-12 एवं 2010-13 के लिए दी गयी थी। यूटिलाइजेशन सर्टिफिकेट नहीं मिला, तो संबंधित सम्बद्ध डिग्री कॉलेजों का अनुदान रुक जायेगा। अनुदान राशि का भुगतान शिक्षक-कर्मियों को किये जाने का प्रावधान है।

दरअसल, सम्बद्ध डिग्री कॉलेजों को उसके छात्र-छात्राओं के श्रेणीवार स्नातक परीक्षा के रिजल्ट के आधार राज्य सरकार अनुदान देती है। यह राशि सम्बद्ध डिग्री कॉलेजों को विश्वविद्यालयों के माध्यम से मिलती है। सम्बद्ध डिग्री कॉलेजों से यूलिाइजेशन सर्टिफिकेट भी विश्वविद्यालयों के माध्यम से ही लिये जाते हैं।

जिन विश्वविद्यालयों के पास यूटिलाइजेशन सर्टिफिकेट बकाया है, उसमें मगध विश्वविद्यालय, वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय, बी. आर. ए. बिहार विश्वविद्यालय, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, बी. एन. मंडल विश्वविद्यालय, तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय एवं कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय शामिल हैं।