दोनों ही टेस्ट के लिए फोरेंसिक मनोविज्ञानी ने 50 से अधिक प्रश्न तैयार किए हैं। नार्को टेस्ट के लिए अम्बेडकर के डॉक्टर नवीन के नेतृत्व में दो लोगों की टीम गठित की गई है।
4 दिन बढ़ी आफताब की पुलिस रिमांड
साकेत कोर्ट के मेट्रोपालिटन मजिस्ट्रेट अविरल शुक्ला ने मंगलवार को विशेष सुनवाई के दौरान श्रद्धा हत्याकांड मामले के आरोपित आफताब की पुलिस रिमांड बढ़ा दी। कोर्ट ने पुलिस की अपील पर आरोपित की पुलिस रिमांड चार दिन के लिए बढ़ाई है। इस दौरान आरोपित आफताब को कोर्ट के सामने पेश किया गया।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि आरोपित ने अब तक महरौली से गुरुग्राम जाने वाले मार्ग पर स्थित दुकान की पहचान नहीं की है, जहां से उसने वारदात में प्रयुक्त हथियार खरीदा था। साथ ही अभी पूरी छानबीन के बाद नार्को व पालीग्राफ टेस्ट कराने भी बाकी हैं। इसी के आधार पर पुलिस ने रिमांड बढ़ाने की अपील की है।
सुनवाई के दौरान काफी शांत स्थिति में था आफताब
गौरतलब है कि साकेत कोर्ट में मेट्रोपालिटन मजिस्ट्रेट अविरल शुक्ला के समक्ष मंगलवार सुबह करीब साढ़े नौ बजे श्रद्धा मामले की सुनवाई हुई। अधिवक्ता अबिनाश कुमार ने बताया कि सुनवाई के दौरान आरोपित काफी स्थिर व शांत स्थिति में था।
इस दौरान पुलिस ने कोर्ट से आरोपित की पुलिस रिमांड चार दिन बढ़ाने की अपील की लेकिन आफताब की ओर से अधिवक्ता अबिनाश कुमार ने पुलिस रिमांड को चार दिन बढ़ाने का विरोध करते हुए दो दिन की पुलिस रिमांड को पर्याप्त बताया। हालांकि एमएम अविरल शुक्ला ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद आरोपित को चार दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया।
वहीं, इस दौरान आफताब ने कोर्ट को बताया कि वह छानबीन में पुलिस को पूरी तरह से सहयोग कर रहा है। उसने यह भी बताया कि मर्डर वेपन वाली दुकान की पहचान इसलिए नहीं कर पा रहा है क्योंकि वह इसे लेकर काफी भ्रमित है।
चार दिन की अहम पुलिस रिमांड
इस बढ़ाई गई रिमांड के दौरान ही पुलिस को अपनी सारी कार्रवाई पूरी करनी होगी। साथ ही मिले सुबूतों के आधार पर पुलिस को आरोपित का पालीग्राफ और नार्को टेस्ट कराकर उन सुबूतों की पुष्टि भी कर लेनी होगी। चार दिनों की इस पुलिस रिमांड के बाद आरोपित आफताब को न्यायिक हिरासत में भेज दिया जाएगा।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि पुलिस शुरुआती दो दिनों में अपनी जांच को पूरी करने की कोशिश करेगी और वहीं आखिरी के दो दिनों में आरोपित का पालीग्राफ व नार्को टेस्ट कराते हुए उन सुबूतों व आरोपित आफताब के बयानों की सत्यता की पुष्टि करेगी।
आफताब से मिले उसके स्वजन
पुलिस सूत्र ने बताया कि सोमवार को आरोपित आफताब की मुलाकात उनके माता-पिता से करवाई गई है। हालांकि मामले में अब तक आरोपित की ओर से कोई स्वजन शामिल नहीं हुआ है और न ही उनकी ओर से आफताब के लिए निजी वकील कराने की मांग की गई है।
स्केच के आधार पर तालाब में की गई थी जांच
पुलिस सूत्रों का कहना है कि पूछताछ के दौरान पुलिस ने आरोपित आफताब की निशानदेही पर एक तालाब का स्केच बनवाया है जो मैदानगढ़ी के मडूडी तालाब जैसा प्रतीत हो रहा है। इसी के आधार पर तालाब की जांच शुरू की गई थी लेकिन तालाब के पारिस्थितिक तंत्र को ध्यान में रखते हुए फिर तालाब से पानी निकालने के आपरेशन को रोक दिया गया, क्योंकि इससे तालाब में रहने वाले जीवों के लिए समस्या हो सकती थी।