नई दिल्ली, संसद के विशेष सत्र की आज पीएम मोदी के संबोधन के साथ शुरुआत हुई। पीएम मोदी ने सत्र को संबोधित करते हुए सबसे पहले जी20 समिट की चर्चा की। पीएम ने कहा कि आज जी20 समिट के सफल आयोजन के चलते भारत की दुनियाभर में तारीफ हो रही है।
पीएम ने कहा कि आज दुनिया भारत को विश्वमित्र के तौर पर देख रही है। दूसरे देश आज भारत के साथ आगे बढ़ना चाहते हैं। इस बीच पीएम मोदी ने देश के प्रथम पीएम पंडित नेहरू का भी जिक्र किया, जिसपर सोनिया गांधी की अलग तरह की प्रतिक्रिया दिखी।
पुराना भवन नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रतोत बनेगा
संसद को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि आज इस संसद भवन में अंतिम बार सदन की कार्यवाही चल रही है, लेकिन नए संसद में जाने के बाद पुराना भवन नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रतोत बना रहेगा। पीएम ने कहा कि इस सदन ने सब कुछ देखा है, इमरजेंसी से लेकर संसद पर हुए हमले तक, लेकिन कभी रुका नहीं है।
नेहरू पर बोले पीएम तो सोनिया का ये था रिएक्शन
पीएम मोदी ने अपने भाषण में पंडित नेहरू के देशहित में किए गए कार्यों का भी जिक्र किया। पीएम ने कहा कि नेहरू की उपलब्धियों का गुणगान हो तो कौन सदस्य होगा जिसका ताली बजाने का मन न हो…लेकिन ये लोकतंत्र है, यहां सब देखना पड़ता है।
पीएम द्वारा नेहरू की तारीफ के बाद भी कांग्रेस ने तालियां नहीं बजाई। वहीं पीएम के इस वाक्य से सोनिया गांधी एकदम से पीछे मुड़कर कांग्रेस नेताओं से बात करते हुए खुश होते हुए दिखीं।
नेहरू से अटल तक को किया याद
पीएम मोदी ने कहा कि इस सदन ने नेहरू से अटल और मनमोहन तक के सफर और उनके द्वारा देशहित में किए गए कार्यों को भी देखा है। पीएम ने कहा कि मैं हमेशा कहता हूं कि देश को आगे लेजाने के लिए हम सब लोगों को मिलकर काम करना होगा।
इसी के साथ पीएम मोदी ने अटल बिहारी वाजपेयी की उन पंक्तियों को याद किया, जिसमें उन्होंने कहा था ‘सरकारें आएंगी जाएंगी, पार्टियां बनेंगी, बिगड़ेंगी, लेकिन देश आगे बढ़ता रहना चाहिए।