लाइसेंस निलंबन में सबसे अव्वल नालंदा
पटना। सड़क सुरक्षा के नियमों का उल्लंघन करने पर परिवहन विभाग अब सख्त हो चला है। नियमों की अनदेखी कर गाड़ी चलाने वाले चालकों का ड्राइविंग लाइसेंस निलंबित करने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। इस साल के 3 महीने में ही अब तक 215 चालकों के लाइसेंस निलंबित करने की अनुशंसा की जा चुकी है।
आमतौर पर गाड़ियों की जांच में केवल कागजात की पड़ताल होती रही है। इसमें हेलमेट सहित गाड़ियों से संबंधित सभी कागजात होते हैं। लेकिन अब परिवहन विभाग ने जांच के दौरान यह भी खंगालना शुरू कर दिया है कि चालक सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन कर रहे हैं या नहीं। रूटीन जांच के अलावा दुर्घटना होने पर भी चालकों के लाइसेंस का निलंबन की कार्यवाही की जाती है। इसी अभियान के तहत विभाग ने जनवरी से मार्च 2021 के बीच 215 चालकों के लाइसेंस निलंबन की कार्रवाई की है।
लाइसेंस निलंबन में सबसे अव्वल नालंदा जिला है नालंदा में 3 ऐसे मामले पाए गए जो सड़क सुरक्षा की अनदेखी से जुड़े थे इस मामले में विभाग में 37 चालकों के लाइसेंस निलंबन की कार्रवाई की है। पटना में 136 मामले ऐसे पाए गए जो सड़क सुरक्षा का उल्लंघन हुआ। इसमें से 23 चालकों के लाइसेंस निलंबन की कार्रवाई की गई। सबसे अधिक नवादा में 400 मामले सड़क सुरक्षा की अनदेखी से जुड़े पाए गए। इसमें से 32 चालकों के लाइसेंस निलंबन की अनुशंसा की गई।
जबकि कटिहार में 20, भागलपुर में 14 और सारण में 13 चालकों के लाइसेंस निलंबन की कार्रवाई की गई। वही भोजपुर, भभुआ, सीवान, गोपालगंज, बगहा, बेतिया, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, समस्तीपुर, मधुबनी, सहरसा, मधेपुरा, अररिया, किशनगंज, शेखपुरा, जमुई, खगड़िया, सुपौल व नवगछिया में एक भी चालकों का लाइसेंस निलंबन नहीं हुआ है। इन 19 जिले में लाइसेंस निलंबन नहीं होने की कार्रवाई से साफ है विभाग को और संजीदा होकर काम करने की जरूरत है तभी सड़क दुर्घटनाओं में कमी आ सकती है।