वाराणसी

साधु-संतोंका भव्य राम मंदिर निर्माणका संकल्प


काशी में शनिवार को देशभर के साधु-संतों का जुटान हुआ। दुर्गाकुंड स्थित हनुमान प्रसाद पोद्दार अंध विद्यालय में आयोजित अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक का उद्घाटन हुआ। इस दौरान देशभर से आये संतों ने भव्य राम मंदिर के निर्माण का संकल्प लिया और स्पष्टï किया कि इसके लिये देशभर में व्यापक स्तर पर धन संग्रह के लिये अभियान चलाया जायगा। सभी से आग्रह किया कि इस कार्य में वह अपना सहयोग अवश्य दें ताकि प्रभु श्रीराम का धाम भव्य तरीके से बने। इस दौरान लव जिहाद, संतों की हत्या और धर्मांतरण पर संतों ने चिंता जाहिर की और इसे रोकने के लिये विभिन्न कदम उठाने की भी घोषणा की।
धर्मार्थ कार्य और संस्कृति मंत्री राज्यमंत्री डॉक्टर नीलकण्ठ तिवारी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में अयोध्या, चित्रकूट, मथुरा, काशी सहित सभी स्थानों पर हमारे ऐतिहासिक स्थलों का विकास हो रहा है। सनातन संस्कृति के तीर्थ क्षेत्रों के ही कारण ही उत्तर प्रदेश पर्यटन के क्षेत्र में 18 स्थान से पहले स्थान पर पहुंच गया है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चम्पत राय ने कहा कि श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए 14 जनवरी से शुरू हो रहे अभियान में संबंधित सभी जनपदों के कार्यकर्ताआ उच्च नेतृत्व में अपना-अपना सहयोग दें। महानिर्वाणी अखाड़ो के रविंद्रपुरी जी ने कहा कि सनातन धर्म की रक्षा हेतु और आने वाले समय में उत्पन्न चुनौतियों का समाधान प्रशस्त करने के लिए संत समाज को संघटित होना आवश्यक है। बैठक की अध्यक्षता करते हुए अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष अविचल दास महाराज ने कहा कि पूरे भारत में वर्तमान सरकार द्वारा धार्मिक स्थलों के विकास की जो नीतियां प्रभावी रूप से क्रियान्वित की जा रही हैं, इसके लिए साधुवाद देता हूं। साथ ही अपेक्षा भी करता हूं कि काशी में आयोजित यह बैठक एक शृंखला के रूप में सम्पूर्ण भारत के क्षेत्र में आयोजित हो। आयोजन समिति द्वारा विभिन्न क्षेत्र में अग्रणी लोगों को जगद्गुरु शंकराचार्य वासुदेवानंद महाराज द्वारा अंगवस्त्रम से सम्मानित किया गया। इसमें काशी विद्यापीठ के वाइसचांसलर प्रोफेसर टीएन सिंह, भाजपा के वरिष्ठï नेता लक्ष्मण आचार्य, अखिलेश खेमका, किशन जालान, हरिहर पाण्डेय, डॉक्टर एमजी राय, नीरज बदलानी सहित अन्य लोग शामिल थे। बैठक की शुरूआत हिन्दू धर्म के चारों वेदों का स्वास्ति वाचन काशी विद्वत परिषद के महामंत्री प्रोफेसर रामनारायण द्विवेदी और बटुकों के संयुक्त तत्वावधान में हुई। कार्यक्रम में महामंडलेश्वर स्वामी बालकानन्द गिरि, महन्त फूलडोल बिहारी दास, स्वामी धर्मदेव, महन्त कमलनयन दास, महामंडलेश्वर अनन्तदेव गिरि, महन्त सुरेंद्रनाथ अवधूत, स्वामी देवेन्द्रानन्द गिरि, महामण्डलेश्वर जनार्दन हरि, स्वामी हंसानन्द तीर्थ, अखिल भारतीय संत समिति के संयुक्त महामंत्री महामण्डलेश्वर स्वामी मनमोहनदास, ब्रह्मर्षि अंजनेशानन्द सरस्वती, स्वामी श्रद्धानंद सरस्वती सहित देशभर के साधु-संत शामिल रहे। उद्घाटन सत्र का संचालन अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जीतेन्द्रानन्द सरस्वती ने किया। स्वागत वक्तव्य अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता पातालपुरी पीठाधीश्वर बालकदास ने किया।