गुरुग्राम। सोमवार को गुरुग्राम पहुंचकर प्रधानमंत्री ने द्वारका एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन के दौरान सीएम मनोहर लाल के कामकाज की तारीफ क्या की, शाम होते-होते ही राज्य में बड़ा खेला हो गया।
साल 2019 में जजपा के साथ गठबंधन कर सरकार बनाने वाली भारतीय जनता पार्टी ने जननायक जनता पार्टी को ही गच्चा दे दिया। पहले तो सोमवार रात को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने राज्य मंत्रिमंडल की अनौपचारिका बैठक बुला ली। इसके बाद मंगलवार सुबह उन्होंने इस्तीफा दे डाला।
इस इस्तीफे के पीछे की वजह सिर्फ एक बताई जा रही है। कहा जा रहा है कि सीएम मनोहर ने इस्तीफा गठबंधन की सरकार से दिया है और वह खुद शाम 4.00 बजे तक दोबारा शपथग्रहण करेंगे।
क्या है जजपा से गठबंधन तोड़ने की असल वजह
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने द्वारका एक्सप्रेस वे के उद्घाटन मौके पर राज्य के 2.82 करोड़ लोगों की तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत करते हुए भरोसा दिलाया कि उनकी सरकार मोदी की गारंटी तो पूरा करेगी ही साथ ही साथ राज्य की सभी 10 लोकसभा सीट जीतकर भी प्रधानमंत्री की झोली में डाल देगी।
माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री के इस भरोसे से आलाकमान भी आश्वस्त है और इसलिए उन्होंने जजपा से गठबंधन तोड़कर सभी 10 लोकसभा सीट पर कमल के निशान पर चुनाव लड़ने की ठानी है।
राजनीतिक निर्णय है मनोहर कैबिनेट का इस्तीफा
2019 में भाजपा ने राज्य में मनोहर लाल के नेतृत्व में जननायक जनता पार्टी के साथ सरकार बनाई थी। तब भाजपा को 90 सदस्यीय विधानसभा में 40 सीट मिली थी।
दुष्यंत चौटाला सहित जननायक जनता पार्टी के 10 विधायक बने थे। छह निर्दलीय विधायक बने थे। भाजपा चाहती तो छह निर्दलीयों के साथ तब सरकार बना सकती थी लेकिन सरकार के स्थायित्व के चलते जजपा के साथ गठबंधन की सरकार बनाई।
मोदी की गारंटी की लहर के चलते लिया ये फैसला
अब लोकसभा चुनाव में भाजपा मोदी की गारंटी की लहर के चलते राज्य की सभी 10 सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला ले चुकी है। गठबंधन दल होने के नाते जजपा के लिए दुष्यंत चौटाला दो सीट की मांग कर रहे थे लेकिन भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने राज्य भाजपा नेताओं के आग्रह पर यह मांग ठुकरा दी।
इसके चलते दुष्यंत चौटाला के सामने अब स्वयं सहित जजपा के दाे अन्य मंत्रियों देवेंद्र बबली और अनूप धानक के साथ सरकार से इस्तीफा देने का विकल्प था, लेकिन दुष्यंत ने इसमें देरी की।
इसके बाद मनोहर लाल जजपा मंत्रियों को बर्खास्त कर सकते थे, लेकिन भाजपा ने राजनीतिक रूप से यह निर्णय लिया कि पूरी सरकार का इस्तीफा दिया जाए।
नीतीश कुमार की राह चले मनोहर लाल
मुख्यमंत्री सहित पूरी कैबिनेट का इस्तीफा राज्यपाल ने स्वीकार कर लिया है। अब मनोहर लाल दोबारा भाजपा व अन्य समान विचार वाले विधायकों के समर्थन के साथ चुने हुए विधायक दल के नेता के नाते दोबारा शाम चार बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। बिहार में नीतिश कुमार ने ऐसे ही दो बार किया है।
और क्या बोले थे पीएम से सीएम…
मुख्यमंत्री ने द्वारका एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन के दौरान कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के लिए हरियाणा खास है। एक माह में प्रधानमंत्री राज्य की जनता के आग्रह पर दूसरी बार प्रदेश में आए हैं।
प्रधानमंत्री ने अपने देशव्यापी अभियानों में सबसे पहले वन रैंक वन पेंशन की शुरूआत हरियाणा से की थी। इसके बाद बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान की भी हरियाणा से शुरूआत की थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज खुशी का दिन है क्योंकि उन्होंने मांग की थी जयपुर हाईवे पर ट्रैफिक ज्यादा है, इसलिए एक और एक्सप्रेस वे बनाया जाए। इसके बनने से गुरुग्राम सहित उत्तर भारत के जिन लोगों को भी एयरपोर्ट जाना हो, सफर आसान हुआ है।
केएमपी और केजीपी का लाभ हमें मिल रहा है। देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अभूतपूर्व ढांचागत संसाधनों का विकास हुआ है। विकास के साथ भगवान के राम के भव्य मंदिर के निर्माण से देश की सांस्कृतिक विरासत को भी नई पहचान मिली है।