जमीन का मालिकाना हक मिलने से गांव अब बनेंगे स्वावलंबी, बनारस के 33 राजस्व ग्रामों के १४०४ लोगों को घरौनी दी गयी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को स्वामित्व योजना में 1001 ग्रामों के 154785 भू स्वामियों को ग्रामीण आवासीय अभिलेख घरौनी का ऑनलाइन वितरण एवं पूर्णतया ऑनलाइन डिजिटल खसरा प्रारूप का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने लोगों से बातचीत भी की और स्पष्टï किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गरीबों और उनके हितों के प्रति कटिबद्घ हैं। यह उनकी दूरदर्शिता को ही दर्शाता है कि गरीबों को उनका हक मिल रहा है और उनके जीवन को एक नया आरंभ मिला।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर लाभार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में आबादी की जमीन पर अपना मकान बनाकर रह रहे गरीब लोगों का उनके उस जमीन पर अब तक मालिकाना हक न होने के कारण गांव के दबंग उनके जमीनों पर कब्जा करते थे। कई बार जब मकान उनके क्षतिग्रस्त हो जाते थे तो दोबारा उसी मकान को गांव के दबंग नहीं बनाने देते थे। उस जमीन पर वे अपना मालिकाना हक जताते थे। लेकिन अब स्वामित्व योजना के तहत गरीब को उसके जमीन पर मालिकाना हक देने के बाद जहां गांव में दबंग जबरदस्ती एवं गलत तरीके से उसकी जमीन पर कब्जा नहीं कर सकेंगे। स्वामित्व योजना गरीबों को स्वावलंबी बनायेगी और कर्ज से लेकर योजनाओं का लाभ उन्हें मिलेगा। मुख्यमंत्री ने योजना के तहत वाराणसी के लाभार्थी पूरा मझिला निवासी रविशंकर से संवाद करते हुए पूछा कि जमीन का मालिकाना हक मिलने पर उन्हें कैसा महसूस हो रहा है तो जवाब मिला कि यह उनके जीवन के लिये अहम मोड़ है। इसके लिये उन्होंने प्रधानमंत्री के साथ मुख्यमंत्री का आभार जताया। बताया कि वर्ष 2008 से उनका मकान गांव की आबादी की जमीन पर बना था, लेकिन जमीन का कोई कागज उनके पास नहीं था। जिससे उन्हें काफी डर लगता था। गांव के लोगों की नजर भी उनकी जमीन पर लगी रहती थी। लेकिन अब जमीन का मालिकाना हक सरकार से मिलने पर वे तथा उनका पूरा परिवार बेहद खुश हैं। इस अवसर पर वाराणसी के 33 राजस्व ग्राम में 1404 लोगों को स्वामित्व योजना अंतर्गत उनकी जमीन का मालिकाना हक स्वरूप घरौनी प्रपत्र उन्हें उपलब्ध कराया गया। इस प्रकार वाराणसी में अब तक 42 राजस्व ग्राम सभाओं में 1995 लोगों को घरौनी उपलब्ध कराया जा चुका है। कमिश्नर दीपक अग्रवाल एवं जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने पूरा मझिला निवासी रविशंकर, गजापुर निवासिनी मंजू, मुकरमा निवासी चंद्रबली, लडुवाई निवासी राजेश तिवारी तथा लालपुर निवासी ओमप्रकाश यादव को प्रतीकात्मक स्वरूप घरौनी प्रपत्र उपलब्ध कराये।