स्टैंडिंग कॉउन्सिल गवर्नमेन्ट ऑफ इंडिया, हाईकोर्ट के अधिवक्ता लाजपत लाल श्रीवास्तव गुहार लगाने एसएसपी ऑफिस पहुंचे। जहाँ पर अपने ऊपर घटित घटना के सम्बंध में प्रभारी एसएसपी को आवेदन देकर काररवाई की मांग की। उनके साथ बार कॉउन्सिल ऑफ उत्तर प्रदेश के पूर्व चैयरमेन व सदस्य हरिशंकर सिंह भी मौजूद रहे। हरिशंकर सिंह जी ने कहा कि आय प्रतिदिन अधिवक्ताओं के साथ जो घटना हो रही है वह काफी निन्दनीय है। पुलिस को घटना की जानकारी मिलने पर भी कोई कार्यवाही न किया जाना, मनबढ़ों का हौसला बुलन्द करने के बराबर है। घटना की जानकारी देते हुए पीडि़त अधिवक्ता लाजपत लाल श्रीवास्तव ने बताया कि सिगरा स्थित मेरे मकान से सटे मकान मकान मालिक संजय श्रीवास्तव हैं। वे अपने मकान के भूतल में स्थित गैराज को सुरेश कुमार नामक व्यक्ति को किराए पर दे दिया है। जिसमें वह कोरियर का ऑफिस व गोदाम बना लिया है। इसके गोदाम पर रात दिन मालवाहक वाहनों का आना-जाना लगातार रहता है। जिससे हम निवासी गण की नींद में खलल पड़ती है तथा वाहन से रास्ता भी जाम हो जाता है। जिससे मकान से निकलना दूभर हो जाता है तथा सड़क पर भी जाम लग जाता है। इसी बात को लेकर कई बार प्रार्थी ने रोडवेज चौकी इंचार्ज थाना सिगरा को शिकायत की परंतु उन्होंने कोई भी काररवाई इस विषय में नहीं किया। २७ जनवरी २०२१ को रात्रि करीब १०.३० बजे उक्त सुरेश कुमार करीब २० आदमियों को लेकर मेरे घर पर चढ़ आया और मां बहन की भद्दी गालियां देने लगा तथा मुझे लात घुसा से मारा पीटा तथा जान से मारने की धमकी भी दी। घटना की सूचना मैंने तुरंत रोडवेज चौकी इंचार्ज रिजवान बेग को दी। जो घटना के 1 घंटा बाद घटना स्थल पर पहुंचे तथा मुझसे दुव्र्यवहार भी किया। उनकी भूमिका साजिसन सी प्रतीत होती है। घटना को लेकर हम सभी घर वाले भयभीत है। इसी प्रकरण को लेकर एसएसपी को घटना की लिखित शिकायत देकर काररवाई करने की आग्रह हेतु आये है।