बता दें कि दिल्ली को महापौर देने के लिए बुलाई गई दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) सदन की बैठक एक बार फिर हंगामे की भेंट चढ़ गई। इस वजह से तीसरी बैठक में भी दिल्ली को महापौर नहीं मिल सका। सोमवार की बैठक में मनोनीत सदस्यों (एल्डरमैन) से वोट डलवाने के मामले को लेकर हंगामा मच गया। जिसके बाद सदन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया।
गौरतलब है कि सोमवार की बैठक स्थगित होने के बाद आप ने सुप्रीम कोर्ट में जाने का एलान कर दिया, जिससे महापौर चुनाव का मामला एक बार फिर कोर्ट के पाले में जाता दिख रहा है। इससे पहले पिछली बैठक स्थगित किए जाने के बाद भी आप ने शीर्ष अदालत में याचिका लगाई थी, लेकिन सुनवाई से पूर्व ही महापौर चुनाव की तारीख तय होने के कारण याचिका को वापस ले लिया गया था।
पार्टी में टूट रोकने को मेयर चुनाव में बाधा डाल रही आपः भाजपा
भाजपा ने मेयर चुनाव नहीं होने के लिए आम आदमी पार्टी (आप) को जिम्मेदार ठहरा रही है। भाजपा के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा आप पर भाजपा पार्षदों को तोड़ने के लिए पैसे व निगम में पद का प्रलोभन दे रही है। भाजपा चाहती है कि दिल्ली को नया महापौर मिले, लेकिन आप इसमें बाधा डाल रही है।
मेयर चुनाव में बाधा डाल रही AAP- भाजपा
भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी ने कहा कि पार्टी में अंतर्कलह को दबाने के लिए आप मेयर चुनाव में बाधा डाल रही है। आप निगम में तीसरी बार हंगामा कर अपनी पार्टी में अंतर्कलह को दबाने की कोशिश कर रही है। पैसे देकर टिकट लेने वाले पार्षद अब आप नेतृत्व से पैसे वापस मांग रहे हैं। मुख्यमंत्री को यह भी डर है कि यदि दिल्ली में उनकी पार्टी का महापौर बन जाता है तो वह उनके बराबर खड़ा हो जाएगा और केंद्र की योजनाओं और फंड का सीधा उपयोग करेगा।
विधायक विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि आप के दो नामित सदस्य विधायक सदस्य संजीव झा और अखिलेश पति त्रिपाठी को अदालत ने अपराधिक मामले में दोषी करार दिया है। नियम के अनुसार वह मतदान नहीं कर सकते हैं। इन्हें सदन से बाहर जाने का आदेश दिए जाने के बाद आप नेता हंगामा शुरू कर दिया। प्रदेश महामंत्री हर्ष मल्होत्रा ने कहा कि आप नेतृत्व के इशारे पर उनके पार्षदों द्वारा लगातार निगम के सदन में हंगामा कर रहे हैं।
इससे पहले सचदेवा ने प्रेस वार्ता कर आप पर भाजपा विधायकों को तोड़ने की कोशिश करने का आरोप लगाया। नौ पार्षदों को मीडिया के सामने पेश कर आरोप लगाया कि आप विधायक दुर्गेश पाठक व अन्य नेता इन्हें फोन कर व इनसे मुलाकात कर पैसे व पद का लोभ दे रहे हैं।
मेयर चुनाव के ताजा घटनाक्रम को लेकर आक्रामक हुई AAP
मेयर चुनाव के ताजा घटनाक्रम को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) भाजपा के खिलाफ और आक्रामक हो गई है।इसे लेकर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सहित आप के पांच नेताओं ने सोमवार को अलग अलग प्रेसवार्ता की।सभी नेताओं ने पीठासीन अधिकारी पर भाजपा के इशारे पर काम करने का आरोप लगाया।
आप के नेता व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा है कि भाजपा गुंडागर्दी पर उतर आई है और नियमों को कानून को ताख पर रखकर अनैतिक तरीके से निगम सदन में महापौर, उपमहापौर और स्थाई समिति के सदस्यों का चुनाव कराने की कोशिश की गई है। उन्होंने कहा कि महापौर चुनाव कराने के लिए बनाई गई व्यवस्था से भरोसा उठ चुका है।उन्होंने कहा कि चुनाव नहीं कराए जाने के विरोध में उनकी पार्टी सुप्रीम कोर्ट जा रही है।
अफसरों से एमसीडी चलवा रही भाजपा- सिसोदिया
उन्होंने भरोसा जताया कि अदालत इस मामले में उन्हें न्याय मिलेगा। उन्होंने कहा कि एमसीडी चुनावों के दो महीने बाद भी अपनी गुंडागर्दी से भाजपा दिल्ली को मेयर नहीं मिलने दे रही है।दिल्ली की जनता ने ‘आप’ को एमसीडी में पूर्ण बहुमत दिया फिर भी भाजपा अफसरों से एमसीडी चलवा रही है।
उन्होंने कहा कि सभी नियम,कानून,संविधान और एलजी के नोटीफीकेशन के अनुसार पहले महापौर का चुनाव होता है फिर महापौर की अध्यक्षता में उपमहापौर और स्थाई समिति के सदस्यों का चुनाव होता है लेकिन नियम-कानूनों-संविधान की धज्जियां उड़ाते हुए पीठासीन अधिकारी ने गैरकानूनी तरीके से तीनों चुनाव इकठ्ठा करने का निर्देश दिया।
इसके बाद पीठासीन अधिकारी ने संविधान और डीएमसी एक्ट की अवमानना करते हुए मनोनीत पार्षदों को महापौर चुनाव में वोट डालने का अधिकार दिया। वहीं हमारे दो विधायकों को वोट डालने से भी रोक दिया गया।उन्होंने कहा कि हमारे पार्षद शांत रहे, फिर भी भाजपा ने हंगामा करते हुए महापौर चुनाव टालने के लिए एक बार फिर सदन को स्थगित करवा दिया।वहीं इसी मुद्दे पर आप नेता संजय सिंह, आतिशी, दुर्गेश पाठक व सौरभ भारद्वाज ने भी अलग अलग प्रेसवार्ता कर भाजपा पर निशाना साधा।