मुंबई। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के रिश्तेदार श्रीधर पाटणकर के 11 फ्लैट अस्थायी तौर पर सील कर दिए हैं। ईडी की यह कार्रवाई पुष्पक बुलियन कंपनी की हेराफेरी मामले में हुई है। श्रीधर पर हुई इस कार्रवाई को सत्तारूढ़ महाविकास अघाड़ी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
ईडी के घेरे में आने के बाद जेल में हैं अनिल देशमुख और नवाब मलिक
अब तक महाविकास अघाड़ी के अनिल देशमुख एवं नवाब मलिक जैसे वरिष्ठ नेता ईडी के फंदे में फंस चुके हैं। ये दोनों नेता फिलहाल जेल में हैं। इनमें से अनिल देशमुख को तो गृह मंत्री के पद से इस्तीफा भी देना पड़ा है। नवाब मलिक के इस्तीफे की मांग विपक्ष लगातार उठा रहा है। इसके अलावा भी महाविकास अघाड़ी के कई नेताओं पर ईडी सहित केंद्रीय एजेंसियों की जांच चल रही है।
उप मुख्यमंत्री अजीत पवार, शिवसेना नेता अनिल परब एवं आदित्य ठाकरे के करीबियों पर आयकर एवं ईडी के छापे पड़ चुके हैं। लेकिन, मंगलवार को ईडी ने सीधे उद्धव ठाकरे की पत्नी रश्मि ठाकरे के भाई श्रीधर पाटणकर के ठाणे स्थित नीलांबरी प्रोजेक्ट के 11 फ्लैट अस्थायी रूप से सील कर दिए। इन फ्लैटों की कीमत 6.45 करोड़ रुपये बताई जा रही है।
लगातार शिवसेना नेताओं के संदिग्ध मामले सामने लाने वाले भाजपा नेता किरीट सोमैया ने इस कार्रवाई पर ट्वीट करते हुए कहा कि अब उद्धव के रिश्तेदार पर मनी लांड्रिंग मामले में कार्रवाई हुई है। घोटालेबाजों को छोड़ेंगे नहीं। महाविकास अघाड़ी की ओर से अक्सर आरोप लगाया जाता है कि केंद्र सरकार बदले की भावना से केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है।