पटना

कटिहार: विभाग के आदेश पर बोरा बेचने पर शिक्षक मजबूर


शिक्षको ने जताई नाराज़गी 

कदवा (कटिहार)(आससे)। एक शिक्षक द्वारा एमडीएम का बोरा बेचना चर्चा का विषय बना हुआ है। वह शिक्षक कदवा प्रखंड क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय, कांताडीह के प्रधानाध्यापक मोहम्मद तमिजुद्दीन  है, जो बेनर तले एमडीएम का बोरा बेच सरकार के आदेश के प्रति नाराजगी बया कर रहा है। मिली जानकारी के अनुसार प्रधानाध्यापक तमिजुद्दीन ने  सोनैली शुक्रहाट में घुम-घुम कर चूहा से काटा हुआ एमडीएम का बोरा बेच रहे थे। साथ ही साथ वह यह भी कह रहे थे कि ‘बोरा लेबो हो ‘ बोरा,एमडीएम का बोरा दस रुपया गोटा’।

इस प्रकार  एक प्रधानाध्यापक सड़क पर चूहा से कटा बोरा को माथे पर लेकर बेच रहा था जो एक शिक्षक के लिए काफी दुखद विषय है। इस संबंध में जब शिक्षक तमिजुद्दीन से दूरभाष पर बात की गई तो उन्होंने बताया कि सरकार के आदेश का पालन कर रहे है। अगर आदेश का पालन नही करेंगे तो हमे वेतन नही मिलेगा। वेतन नही मिलेगा, तो हमारा बाल बच्चे भूखे रह जाएंगे।

उन्होंने सरकार के प्रति नाराज़गी  दिखाते हुए कहा कि हम लोग बच्चे को पढ़ाने के लिये बहाल हुए है न कि बोरा बेचने के लिए। कभी सरकार कहती है कि खुले में शौच करने वालों की फ़ोटो खींचो, कभी कहती है कि एमडीएम का बोरा बेचकर प्रति बोरा 10 रुपया के हिसाब से रुपया जमा करो।

क्या यही काम एक शिक्षक का है? इस प्रकार के कार्य से हमारे मान-सम्मान पर ठेस पहुँच रहा है क्योंकि शिक्षक की बहाली छात्र/छात्राओं को अच्छी शिक्षा प्रदान करने के लिए किया गया है न कि एमडीएम का बोरा बेचने के लिए। हम सभी शिक्षकों के लिये यह बहुत दुखद विषय है। तमाम शिक्षकों ने विभा के इस तरह के आदेश के प्रति काफी नाराजगी जताई है।