- कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने बीते सोमवार को विपक्षी नेताओं को अपने जन्मदिन की पार्टी दी। लेकिन कपिल सिब्बल के द्वारा दी गई जन्मदिन की दावत में गांधी परिवार का कोई सदस्य शामिल नहीं था। खबरों की माने तो डिनर के दौरान साल 2024 में होने वाले चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ एकजुट होने का मुद्दा छाया रहा। खबरों से मिली जानकारी के अनुसार डिनर के दौरान कांग्रेस में बदलाव का मुद्दा उठा। इस दौरान कुछ नेताओं ने कहा है कि कांग्रेस का कायाकल्प तभी संभव है जब गांधी परिवार लीडरशिप छोड़ दे। अकाली दल के नरेश गुजराल ने साफ शब्दों में कहा, गांधी परिवार के ‘चंगुल’ से बाहर निकले बिना कांग्रेस का मजबूत होना मुश्किल है।
इसलिए चर्चा में है यह दावत
जानकारी के लिए आपको बता दें कि, बीते वर्ष 2020 में कपिल सिब्बल समेत कांग्रेस के 23 वरिष्ठ नेताओं ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर पार्टी में बड़े बदलाव करने की जरूरत बताई थी। इसलिए यह दावत चर्चा में बताई जा रही है। कांग्रेस के भविष्य पर सवाल उठाने वाले कपिल सिब्बल की दावत में पी चिदंबरम, शशि थरूर और आनंद शर्मा भी शामिल थे। बता दें कि यह दावत ऐसे समय में हुई है जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी जम्मू कश्मीर के दौरे पर हैं और प्रियंका गांधी विदेश में हैं।
विपक्षी पार्टी के यह नेता दावत में हुए शामिल
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल की दावत में दूसरे विपक्षी दलों से राष्ट्रीय जनता दल के चीफ लालू प्रसाद यादव, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव, शिवसेना सांसद संजय राउत, एनसीपी चीफ शरद पवार, तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन, नेशनल कॉन्फ्रेंस के उमर अब्दुल्ला, डीएमके के त्रिरुचि शिवा, आरएलडी के जयंत चौधरी शामिल थे। वहीं दावत में बीजू जनता दल के पिनाकी मिश्रा, टीडीपी और वाईएसआर के नेता भी पहुंचे थे। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने दावत के लिए पहली बार अकाली दल को भी इनवाइट किया था। अकाली दल से नरेश गुजराल दावत में पहुंचे थे।