नई दिल्ली: देश में पिछले कई दिनों से पेट्रोल और डीजल की कीमतें नया रिकॉर्ड बना रही हैं. वो भी तब जब अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल की कीमतें काफी कम हैं. इस वक्त देश के लोग एक लीटर कच्चे तेल (क्रूड ऑयल) की तुलना में पेट्रोल के लिए चार गुना भुगतान कर रहे हैं. इस बीच केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने लगातार पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों की दो बड़ी वजह बताई हैं.
केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बताया कि ईंधन की कीमत बढ़ने के पीछे दो मुख्य कारण हैं. अंतर्राष्ट्रीय बाजार ने ईंधन का उत्पादन कम कर दिया है और अधिक लाभ प्राप्त करने के लिए विनिर्माण देश कम ईंधन का उत्पादन कर रहे हैं. इससे उपभोक्ता देश त्रस्त हैं.
केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री ने आगे कहा कि हम लगातार ओपेक (OPEC) और ओपेक प्लस देशों से आग्रह करते रहे हैं कि ऐसा नहीं होना चाहिए. हमें उम्मीद है कि बदलाव जल्द होगा.
धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, “एक और कारण कोविड (Covid) है. हमें विभिन्न विकास कार्य करने हैं. इसके लिए केंद्र और राज्य सरकार कर (Tax) एकत्र करते हैं. विकास कार्यों पर खर्च करने से अधिक रोजगार पैदा होंगे. सरकार ने अपने निवेश में वृद्धि की है और इस बजट में 34% अधिक पूंजी व्यय किया जाएगा.”
उन्होंने आगे कहा, “राज्य सरकार के खर्च में भी वृद्धि होगी. यही कारण है कि हमें इस कर की आवश्यकता है लेकिन संतुलन की आवश्यकता भी है. मेरा मानना है कि वित्त मंत्री कोई रास्ता निकाल सकते हैं.”
बीते दिनों पार हुआ 100 का आंकड़ा
गौरतलब है कि बीते दिनों देश के कुछ हिस्से में पेट्रोल के दाम शतक लगा चुके हैं. जिसमें मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में प्रीमियम पेट्रोल बीते दिनों 101.38 रुपये प्रति लीटर के भाव से बिक रहा था. वहीं भोपाल में प्रीमियम पेट्रोल की कीमत 101.11 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच गई थी. वहीं राजस्थान के श्रीगंगानगर में भी पेट्रोल का दाम बीते दिनों 100 के पार पहुंच गया था. राजस्थान के श्रीगंगानगर में पेट्रोल के दाम 100.96 रुपए प्रति लीटर तक पहुंच गए थे.