जेनेवा, । संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी ने कहा है कि विश्व के करीब-करीब सभी लोग वैसी गुणवत्ता वाली हवा में सांस ले रहे हैं, जो मानक के अनुरूप नहीं है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने जीवाश्म ईंधन के उपयोग को काम करने की अपील भी की, जिसकी वजह से प्रदूषण बढ़ता है और सांस तथा रक्त के प्रवाह संबधी परेशानियां सामने आती हैं।
भूमध्यसागरीय व दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्रों में वायु की गुणवत्ता सबसे खराब
हवा की गुणवत्ता संबंधी दिशा-निर्देशों को सख्त करने के छह महीने बाद डब्ल्यूएचओ ने सोमवार को हालिया आंकड़े जारी किए। इसमें वैश्विक स्तर पर खराब हवा वाले महानगरों, शहरों व गांवों की संख्या में वृद्धि हुई है। अब ऐसे नगर निकायों की संख्या 6,000 से ज्यादा हो चुकी है। डब्ल्यूएचओ के पूर्वी भूमध्यसागरीय व दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्रों में वायु की गुणवत्ता सबसे खराब है। इसके बाद अफ्रीका का नंबर आता है।