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- महिलाओं ने जमकर किया मतदान, पुरषों को छोड़ा पीछे
- शांतिपूर्ण मतदान का डीएम-एसपी दिनभर लेते रहे जायजा
- सात सौ से अधिक प्रत्याशियों की किस्मत का शुक्रवार को होगा फ़ैसला
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जहानाबाद। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दूसरे चरण में जिले के घोसी प्रखंड में बुधवार को मतदान शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न हुआ। सुबह 7 बजे से शुरू हुआ मतदान संध्या 5 बजे तक चलता रहा। इस दौरान महिला मतदाताओं ने जमकर वोट किया। महिला वोटर पुरूष को पछाड़ते हुए काफ़ी आगे निकल गयीं। निर्वाची पदाधिकारी से मिली जानकारी के अनुसार घोसी प्रखंड में कुल 64.12 प्रतिशत मतदान हुआ, जिसमें 60.57 प्रतिशत पुरूष मतदाता तथा 68.07 प्रतिशत महिला मतदाताओं ने वोटिंग किया. हालांकि कई मतदान केंद्रों पर देर शाम तक मतदाताओं की कतार लगी रही, जिससे मतदान प्रतिशत के और बढ़ने की संभावना जताई जा रही है।
कुछ बुथों पर हुआ हंगामा, कहीं विलंब से शुरू हुआ मतदान
मतदान के दौरान कुछ मतदान केंद्रों पर प्रत्याशियों तथा समर्थकों के बीच टकराव की भी खबरें मिली हैं. जानकारी के अनुसार उ. मध्य विद्यालय मेटरा के मतदान केंद्र सं चार पर हंगामा हुआ, जिसकी जानकारी मिलते ही एसपी दीपक रंजन मौके पर पहुंचकर तीन युवकों को हिरासत में लेकर घोसी थाना के हवाले कर दिया। वहीं साहोबिगहा सामुदायिक केंद्र स्थित मतदान केंद्र सं 9 पर इवीएम में तकनीकी गड़बड़ी होने के कारण करीब डेढ़ घंटे के विलंब से मतदान आरंभ हुआ। कई केंद्रों पर बायोमेट्रिक सिस्टम फ़ेल होने के कारण भी मतदाताओं को परेशान होना पड़ा। दरअसल बायोमेट्रिक से आधार के मिलान के बाद ही मतदाताओं को मताधिकार का प्रयोग करने की इजाजत दिया जा रहा था। ऐसे में कई मतदान केंद्र पर बायोमेट्रिक सिस्टम फ़ेल होने के कारण मतदाता आधार व अन्य पहचान दिखा कर मताधिकार का प्रयोग करते दिखे। मतदान केंद्रों पर सुबह से ही मतदाताओं की लंबी कतार लगी थी जो शाम तक लगी रही।
मतदाताओं में दिखा उत्साह, वोट के लिए लगी रही लंबी कतार
पंचायत चुनाव के दौरान मतदाताओं का उत्साह चरम पर देखने को मिला। उत्साह ऐसा की कई मतदान केंद्रों पर देर शाम तक मतदाताओं की लंबी कतारें लगी रहीं। विशेषकर महिला मतदाताओं का उत्साह काफ़ी अधिक देखा गया। पंचायत चुनाव में महिलाओं को मिले 50 प्रतिशत आरक्षण का ही असर था कि सभी मतदान केंद्रों पर महिलाएं पुरूषों से अधिक देखी गयीं। हालांकि कुछ महिला मतदाताओं को इवीएम तथा बैलट पेपर से हो रहे मतदान के कारण वोट करने में थोड़ी परेशानी भी हुई।
डीएम-एसपी ने भ्रमण कर शांतिपूर्ण मतदान का लिया जायजा
मतदान के दौरान जिला प्रशासन पूरी तरह से चौकस रहा। डीएम हिमांशु कुमार राय, एसपी दीपक रंजन सहित अन्य वरीय पदाधिाकारी भी क्षेत्र में घूम-घूम कर शांति व्यवस्था तथा स्वच्छ एवं भयमुक्त माहौल में मतदान का जायजा लेते देखे गये। शांतिपूर्ण मतदान को ले प्रत्येक केंद्र पर पुलिस बल को तैनात किया गया था। वहीं 120 पुलिस पदाधिकारियों को अलग-अलग जिम्मेवारियां सौंपी गयी थीं। साथ ही 1055 पुलिस बल के जवानों को तैनात किया गया था, जिनमें जिला पुलिस बल के 520 जवान, गृहरक्षक 330, बिहार विशेष शस्त्र पुलिस के 115 जवान तथा सैप के 90 जवान की तैनाती की गयी थी। इसके अलावे प्रखंड के प्रत्येक मुख्य मार्ग पर चेकिंग की व्यवस्था की गयी थी ताकि अन्य प्रखंडों के मतदाता मतदान के दौरान क्षेत्र में प्रवेश कर मतदान में व्यवधान उत्पन्न नहीं करें।
मानस इंटरनेशनल में शुक्रवार को होगी मतगणना
पंचायत चुनाव के दूसरे चरण के तहत घोसी प्रखंड में हुए मतदान के बाद प्रत्याशियों की किस्मत इवीएम तथा बैलट बॉक्स में बंद हो गयी है। उनके किस्मत के फ़ैसले के लिए शुक्रवार को मानस इंटरनेशनल स्कूल दक्षिणी मतगणना होगी। मतदान के बाद सभी इवीएम तथा बैलट बॉक्स को सुरक्षित स्कूल स्थित बज्रगृह में पहुंचा दिया गया। बज्रगृह की सुरक्षा में पर्याप्त संख्या में पुलिस के जवानों तथा दंडाधिकारी को लगाया गया है। अब मतगणना के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि मतदाताओं ने किसे गांव की सरकार चुना है और किसे वंचित किया है। यहां बता दें कि घोसी प्रखंड के 7 पंचायतों के 226 पदों के लिए मतदान हुआ है। विभिन्न पदों के लिए 774 प्रत्याशी चुनाव मैदान में डटे हुए थे, जिनके किस्मत का फ़ैसला होना है।
मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का नही हुआ पालन
पंचायत चुनाव में कोरोना प्रोटोकॉल का पालन अनिवार्य किया गया है। इसके लिए मतदान केंद्रों पर मास्क का उपयोग अनिवार्य कर दिया गया है। जो मतदाता मास्क का प्रयोग नहीं करेंगे उन्हें 50 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा, चुनाव आयोग ने ऐसा निर्देश दिया है। लेकिन जिले के घोसी प्रखंड में हो रहे मतदान में इसके उल्लंघन की तस्वीरें सामने आई। बड़ी संख्या में मतदान केंद्रों पर मतदाता बिना मास्क पहने हुए देखे जा रहे हैं। कतारों में सोशल डिस्टेंसिंग भी नहीं देखी जा रही है। कोरोना प्रोटोकॉल का पालन बूथ पर तैनात सुरक्षाकर्मी भी नहीं कर रहे थे। वहीं वोटिंग की कतार में खड़े मतदाता भी बगैर मास्क के दिखाई दिए, लेकिन इसकी चिंता किसी को नही थी। कोई उन्हे नही रोक-टोक रहा था।