उधर कानपुर के रिजेंसी हॉस्पिटल के जन सम्पर्क अधिकारी परमजीत अरोड़ा ने बताया है कि उन्नाव से आई पीड़िता की हालत अभी भी नाजुक है. उसे वेंटिलेटर पर रखा गया है. डॉ रश्मि कपूर के साथ 6 डॉक्टरों का पैनल पीड़िता का उपचार कर रहा है. पीआईसी और एनआईएस की टीम लगातार निगरानी कर रही है. पीड़िता की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है. उन्होंने कहा कि शरीर पर उसके कोई चोट के निशान नहीं मिले हैं. अभी तक सस्पेक्टेड प्वाइजनिंग का मामला लग रहा है.
बता दें घटना में मृत दो बच्चियों के शव का पोस्मॉर्टम तीन डॉक्टरों का पैनल कर रहा है. इस दौरान वीडियोग्राफी भी करवाई जा रही है. इस बीच परिजनों ने सीबीआई जांच की मांग कर दी है. बच्चियों की भाभी ने न्यूज 18 से बातचीत में कहा कि उन्हें अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर खतरा है. वह चाहती हैं कि पूरे मामले की सीबीआई जांच की जाए.
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वहीं समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता और सुनील सिंह साजन कहा कि उन्नाव की घटना ने एक बार फिर से हम सब को शर्मसार कर दिया है. अब ये बात साफ हो गई है कि पिछड़े-दलित की बेटियां सुरक्षित नहीं हैं. उत्तर प्रदेश में जंगलराज है. उत्तर प्रदेश में कोई भी किसी बहू-बेटी की इज्जत और अज़मत लूट ले रहा है और पुलिस मूकदर्शक बनी है. उन्होंने आरोप लगाया है कि उन्नाव पुलिस पूरे घटनाक्रम को दबाना चाहती है. जिस तरह से दो बेटियों की डेड बॉडी को लेकर उन्नाव पुलिस व्यवहार कर रही है, उसे प्रदेश की कानून व्यवस्था की हालत अपने आप साफ हो जा रही है. उन्होंने मांग की कि एक अलग पैनल बनाकर पूरे मामले का पोस्टमार्टम होना चाहिए और अलग टीम से पूरे मामले की जांच करवाई जाए.
ये है पूरा मामला
दरअसल उन्नाव के असोहा थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत पाठकपुर के मजरे बबुरहा में लगभग दोपहर बाद 3 बजे के करीब कोमल पुत्री संतोष पासी उम्र 16 वर्ष, काजल पुत्री सूरजपाल पासी उम्र लगभग 13 वर्ष, रोशनी पुत्री सूर्य बली उम्र लगभग 17 वर्ष बबुरहा नाला के पास खेत में पशुओं के लिए हरा चारा लेने गई थी. देर शाम तक घर नहीं लौटीं. परिजन लड़कियों को खोजने के लिए निकले. परिजनों के मुताबिक खेत में तीनों लड़कियां कपड़े से बंधी मरणासन्न हालत में मिलीं. तीनों किशोरियों को परिजनों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र असोहा ले गए, जहां पर डॉक्टरों ने कोमल उम्र 16 वर्ष व काजल उम्र लगभग 13 वर्ष को मृत घोषित कर दिया. वहीं रोशनी को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया, जहां उसकी हालत गंभीर देखते हुए डॉक्टरों ने रोशनी को कानपुर के हैलट अस्पताल के लिए रेफर कर दिया.