पटना सिटी (आससे)। नालंदा मेडिकल कालेज अस्पताल (एनएमसीएच) के एक साथ 75 सीनियर और जूनियर डाक्टरों की आरटीपीसीआर कोरोना जांच रिपोर्ट रविवार की रात पाजिटिव आई है। इससे कालेज से लेकर अस्पताल प्रशासन तक सकते में है। अधीक्षक डा. विनोद कुमार सिंह ने बताया कि विशेष जांच शिविर लगाकर 194 डाक्टरों की जांच कराई गई थी। इसमें 75 की रिपोर्ट पोजिटिव मिली है। सोमवार से एमबीबीएस वर्ष 2019 की शुरू होने वाली परीक्षा अगले आदेश तक के लिए स्थगित कर दी गई है।
शनिवार को एनएमसीएच के 69 डाक्टरों की हुई आरटीपीसीआर जांच में 12 संक्रमित मिले थे। अबतक अस्पताल के 87 डाक्टर पाजिटिव हो चुके हैं। इनमें एमबीबीएस के छात्र-छात्राएं, इंटर्न, पीजी डाक्टर के साथ सीनियर डाक्टर भी हैं। पांच पाजिटिव डाक्टरों को मदर एण्ड चाइल्ड हास्पिटल की दूसरी मंजिल पर भर्ती किया गया है। धवलपुरा की एक 48 वर्षीय महिला समेत दो कोरोना पाजिटिव मरीज भी भर्ती हैं।
प्राचार्य डा. हीरा लाल महतो ने बड़ी संख्या में चिकित्सकों को संक्रमित होने पर मंगलवार को त्राहिमाम बैठक बुलाई है। इसमें कालेज बंद किए जाने तथा छात्रावास खाली करने का निर्णय लिया जा सकता है। प्राचार्य ने बताया कि सोमवार से एमबीबीएस वर्ष 2019 की शुरू होने वाली परीक्षा अगले आदेश तक के लिए स्थगित कर दी गई है। दो अन्य छात्रावास में रहने वाले करीब दो सौ विद्यार्थियों की आरटीपीसीआर जांच करायी जाएगी। नये पुराने सभी छात्रावास को सैनिटाइज कराया जा रहा है।
विद्यार्थियों से मास्क पहनने एवं दूरी बना कर रहने के लिए निर्देशित किया गया है। प्राचार्य ने कहा कि सभी विद्यार्थियों के स्वास्थ्य पर पैनी नजर रखी जा रही है। कोरोना विस्फोट के बाद अधीक्षक डा. विनोद कुमार सिंह ने नालंदा मेडिकल कालेज अस्पताल में बिना मास्क किसी भी व्यक्ति के प्रवेश पर रोक लगा दिया है। सुरक्षा कर्मियों को इस आदेश का पालन सख्ती से कराने का आदेश दिया गया है।
श्री गुरु गोविंद सिंह सदर अस्पताल के प्रबंधक कोरोना का दोनों टीका लेने के बाद एक बार फिर पाजिटिव हो गए है। अस्पताल व्यवस्था के संचालन में बेहद सक्रिय भूमिका निभाने वाले प्रबंधक के आइसोलेट हो जाने से हास्पिटल के कामकाज पर असर पडऩे लगा है। जानकारी के अनुसार प्रबंधक चौथी बार पाजिटिव हुए है।