16 से होगी नये सत्र की डीएलएड की पढ़ाई, लागू होगा ड्रेस कोड, खुल जायेंगे हॉस्टल
(आज शिक्षा प्रतिनिधि)
पटना। राज्य के सभी 66 सरकारी टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेजों में 85 फीसदी उपस्थिति अनिवार्य हो गयी है। 85 फीसदी से कम उपस्थिति वाले शिक्षार्थी परीक्षा फॉर्म नहीं भर पायेंगे। इन्हीं शर्तों के साथ 16 नवंबर से सभी 66 सरकारी टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेजों में डीएलएड की पढ़ाई शुरू हो जायेगी।
नये शैक्षिक सत्र की पढ़ाई शुरू होने के पूर्व शिक्षा विभाग के शोध एवं प्रशिक्षण निदेशालय ने बुधवार को सभी 66 सरकारी टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेजों के प्राचार्यों की बैठक बुलायी थी। यह बैठक शिक्षा विभाग के डॉ. मदन मोहन झा स्मृति सभागार में चली। शिक्षा विभाग के अपर मुख्यसचिव संजय कुमार ने बैठक में शामिल प्राचार्यों को अपने संबोधन से प्रेरित किया। इस क्रम में उन्होंने ‘मंथन’ फिल्म की कहानी भी सुनायी।
स्वतंत्रता सेनानियों का हो रहा डॉक्युमेंटेशन
पटना (आशिप्र)। राज्य के स्वतंत्रता सेनानियों का डॉक्युमेंटेशन सरकारी टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेजों के शिक्षार्थी कर रहे हैं। राज्य में सरकारी टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेजों की संख्या तकरीबन 66 है। इनमें अध्यापक शिक्षा महा-विद्यालय, जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान एवं प्राथमिक शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय हैं। इसके साथ ही प्रखंड अध्यापक शिक्षा संस्थान भी हैं।
इन सभी टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेजों के शिक्षार्थियों द्वारा स्वतंत्रता सेनानियों का डॉक्युमेंटेशन किया जा रहा है। शिक्षार्थी जिस जिले के टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज में पढ़ाई कर रहे हैं, वे उसी जिले के स्वतंत्रता सेनानियों का डॉक्युमेंटेशन कर रहे हैं।
शिक्षा विभाग के शोध एवं प्रशिक्षण निदेशक डॉ. विनोदानन्द झा ने बुधवार को बताया कि शिक्षार्थियों द्वारा स्वतंत्रता सेनानियों का डॉक्युमेंटेशन योजनाबद्ध तरीके से किया जा रहा है। इसके लिए शिक्षार्थी स्वतंत्रता सेनानियों के घर जा रहे हैं। उनके परिवार के सदस्यों से मिल रहे हैं। उनसे जुड़ी हर जानकारी हासिल कर रहे हैं।
डॉ. झा ने बताया कि नयी शिक्षा नीति के कार्यान्वयन के लिए बनने वाले पोजीशन पेपर में भी टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेजों के शिक्षार्थियों की सहभागिता होगी।
घंटों चली बैठक के बाद शिक्षा विभाग के शोध एवं प्रशिक्षण निदेशक डॉ. विनोदानन्द झा ने बताया कि टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेजों में डीएलएड के नये शैक्षिक सत्र में शिक्षार्थियों के नामांकन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेजों में तकरीबन 17,000 सीट हैं। नये शैक्षिक सत्र की 16 नवंबर से शुरू होने वाली पढ़ाई में छात्र-छात्राओं के छात्रावासीय व्यवस्था होगी। इसके तहत शिक्षार्थियों के लिए हॉस्टल खुल जायेंगे। टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेजों में ड्रेस कोड लागू होगा। शिक्षार्थियों को परिचय पत्र (आई. कार्ड) हमेशा साथ रखना होगा।
डॉ. झा ने बताया कि कोरोना काल में सरकारी टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज में रुटीन के मुताबिक सभी सौ फीसदी शिक्षार्थियों की ऑनलाइन पढ़ाई हुई और पाठ्यक्रम पूरा किया गया। अब, टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेजों में कक्षाओं का ऑफलाइन संचालन शुरू किया जा रहा है।
बैठक में ट्रेनिंग कॉलेजों में डीएलएड कोर्स में अब तक हुए नामांकन, जैम पोर्टल पर निबंधन की स्थिति, बेंच-डेस्क की स्थिति, वाई-फाई की स्थिति, प्रशिक्षुओं की उपस्थिति, कक्षा संचालन एवं शैक्षणिक गतिविधि एवं अमृत महोत्सव सहित भावी योजनाओं पर भी चर्चा हुई।