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- इंट्री से चूके स्कूलों का प्रशासन सकते में
- हफ्ते भर के लिए पोर्टल खोलने की उठ रही मांग
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(आज शिक्षा प्रतिनिधि)
पटना। सरकारी स्कूलों के वैसे छात्र-छात्रा सरकारी योजनाओं की राशि से वंचित रह जायेंगे, जिनकी इंट्री मेधासॉफ्ट में नहीं हुई है। ऐसे छात्र-छात्राओं की इंट्री अब मेधासॉफ्ट में नहीं हो पायेगी। इसलिए कि स्कूलों द्वारा मेधासॉफ्ट में वर्तमान वित्तीय वर्ष में नये आंकड़ों की इंट्री पर रोक लग गयी है।
अगर अब तक किसी स्कूल द्वारा अपने यहां नामांकित किसी भी छात्र-छात्रा की इंट्री नहीं हो पायी है, तो संबंधित प्रधानाध्यापकों को चिन्हित करते हुए उन पर काररवाई होगी। इस बाबत शिक्षा विभाग के डीबीटी कोषांग के नोडल पदाधिकारी द्वारा सभी जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देश दिये जा चुके हैं।
इससे उन स्कूलों का प्रशासन सकते में है, जहां वर्तमान वित्तीय वर्ष के लिए सभी छात्र-छात्राओं से जुड़े आंकड़ों की इंट्री नहीं हुई है। दरअसल, राज्य सरकार द्वारा सरकारी एवं सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को पिछले वर्ष से विभिन्न लाभुक आधारित योजनाओं की राशि मेधासॉफ्ट के माध्यम से पीएफएमएस प्लेटफार्म का प्रयोग करते हुए केन्द्रीय स्तर से सीधे लाभुकों के बैंक खाते में डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के जरिये अंतरित की जाती है।
इसके लिए मेधासॉफ्ट में प्रारंभिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों द्वारा छात्र-छात्राओं की विवरणी लॉगिन से इंट्री कर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के लॉगिन में प्रेषित की जाती है, जहां प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी द्वारा आंकड़ों की जांच कर एप्रूव किया जाता है।
माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों के मामले में संबंधित विद्यालयों के प्रधान द्वारा छात्र-छात्राओं के आंकड़ों को जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (माध्यमिक शिक्षा) के लॉगिन में भेजी जाती है और उनके द्वारा आंकड़ों की जांच कर एप्रूव किया जाता है। एप्रूव आंकड़ों के आधार पर ही छात्र-छात्राओं को राज्य सरकार द्वारा दी जाने वाली विभिन्न योजनाओं यथा साइकिल, पोशाक, छात्रवृत्ति, नैपकिन आदि की राशि का लाभ मिलता है।
स्कूलों के प्रशासन से जुड़े शिक्षकों की मानें, तो पिछले वर्ष वैश्विक महामारी कोरोना तथा लॉकडाउन के कारण सभी विद्यालय बंद रहे। इससे विशेषकर आठवीं उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं के नवम वर्ग में नामांकन की प्रक्रिया काफी विलंब से हुई तथा छात्र-छात्राओं द्वारा समय पर आवश्यक कागजात यथा आधार संख्या, बैंक की विवरणी, जाति प्रमाण पत्र आदि नहीं दिये जाने के कारण विद्यालय द्वारा उन छात्र-छात्राओं की इंट्री मेधासॉफ्ट में नहीं की जा सकी।
इसके मद्देनजर विशेष अभियान चलाकर एक सप्ताह के लिए मेधासॉफ्ट में ऐसे छात्र-छात्राओं की विवरणी की इंट्री के लिए पोर्टल खोलने की मांग उठ खड़ी हुई है। बहरहाल, इस बीच मेधासॉफ्ट में इंट्री की गयी आंकड़ों के एप्रूवल के लिए तय समय-सीमा भी शुक्रवार को समाप्त हो चुकी है।