पुल निर्माण पर होंगे 1794 करोड़ रुपये खर्च : मंगल पांडेय
पटना (आससे)। महात्मा गांधी सेत के समानांतर गायघाट मं बनेगा फोर-लेन पुल। १४.५० किलोमीटर लंबे इस पुल के निर्माण पर १७९४.३७ करोड़ रुपये खर्च होंगे। फरवरी से पुल निर्माण का काम शुरू होगा।
पथ निर्माण मंत्री मंगल पांडेय ने पुल निर्माण कार्य की समीक्षा की। समीक्षा बैठक में अधिकारियों को उन्होंने इसका काम फरवरी से हर हाल में शुरू करने का निर्देश दिया। समीक्षा बैठक में पूर्व पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव, पटना नगर निगम की महापौर सीता साहू और पथ निर्माण के अपर मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा के अलावा कई विभागीय पदाधिकारी भी शामिल हुए।
पथ निर्माण मंत्री ने बताया कि पुल निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण का कार्य पूरा हो चुका है। इसमें आठ लेन का फ्लाई ओवर १५६५ मीटर लंबा फोर-लेन एलिवेटेड कॉरिडोर, नॉ बॉक्स कलवर्ट पुलिया, १२ मीटर स्पेन के तीन और २४ मीटर स्पेन का एक अंडर पास बनेगा। पुल के २३ पाये होंगे, जिसमें दो पायों के बीच की दूरी २४२ मीटर होगी। नये पुल के साथ आठ-लेन का एप्रोच रोड भी होगा, जो पटना के जीरो माइल से शुरू होकर हाजीपुर के बीएसएनएल पुल तक जायेगा।
प्रस्तावित पुल परियोजना और उसका एप्रोच पटना के अलावा सारण और वैशाली जिले के अंतर्गत पड़ता है। पुल का निर्माण साढ़े तीन वर्ष के अंदर पूरा करने का लक्ष्य तय है। निर्माण के बाद अगले १० वर्षों तक पुल के रख-रखाव की जिम्मेदारी संबंधित संवेदक की होगी। आज उन्होंने परियोजना स्थल का निरीक्षण भी किया। उन्होंने बताया कि यह पुल प्रधानमंत्री पैकेज का हिस्सा है। नरेन्द्र मोदी ने इसका शिलान्यास किया था।
उन्होंने कहा कि सडक़-पुल सिर्फ आवागमन के साधन नहीं है, बल्कि विकास का आइना है। यह न केवल आवागमन को सहज और सरल बनाता है, बल्कि सुदूर इलाकों में बसे लोगों के हितों को भी जोड़ता है। इस पुल के बनने से गंगा नदी के उत्तर और दक्षिण स्थित जिलों को उद्योग, पर्यटन, व्यापार और वाणिज्य को बेहतर परिवहन और कनेक्टिविटी के साथ महत्वपूर्ण बढ़ावा मिलेगा।