बेगूसराय (आससे)। बैठक में पेट्रोलियम मंत्री घर्मेन्द्र प्रधान, आई ओसीएल के चेयरमैन, जिला प्रशासन तथा बरौनी रिफ़ाइनरी की ईडी सामिल थी। कोरोना कालखंड में बेगूसराय में स्वास्थ्य सुविधाओं के विकास एवं कोविड-19 को लेकर आयोजित इस बैठक में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के आग्रह पर पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने आईओसीएल के चेयरमैन को निर्देश दिया कि बेगूसराय के तेघड़ा में एक सौ बेड का कोविड-19 हॉस्पिटल ऑक्सीजन पाइप लाइन सहित जल्द उपलब्ध करा दिया जाए। जिसकी लागत एक करोड़ 34 लाख होगी।
सदर अस्पताल में आईओसीएल के द्वारा कोरोना की तीसरी लहर के मद्देनजर 50 वेड का आघुनिक सुविधाओं से युक्त बच्चों का कोविड-19 हॉस्पिटल बनकर तैयार होगा। जिसमें ऑक्सीजन पाइप लाइन लगे होंगे तथा आपदा की स्थिति में उसके साथ आधुनिक सुविधाओं सेयुक्त दो एंबुलेंस भी होगा। इस बच्चों के विशिष्ट अस्पताल में आक्सीजन जेनरेशन प्लांट, गर्म पानी की सुविधा, पार्किंग सुविधा, मरीजों का प्रतिक्षालय भी सामिल होगा। यह बिहार में पहला पैडियोटरिक अस्पताल होगा।
इसी प्रकार 10 करोड़ की लागत से 1500 सिलेंडर प्रतिदिन रिफि़लिंग की क्षमता वाला ऑक्सीजन प्लांट सितंबर तक बनकर तैयार हो जाएगा और रिफ़ाइनरी उसे जिला प्रशासन को सुपुर्द करेगा। बरौनी रिफ़ायनरी तत्काल 1000 सिलेंडर जिला प्रशासन को सुपुर्द करेगा जिससे आपदा में इसका उपयोग किया जा सके। बलिया रफ़ेरल हॉस्पिटल को अत्याधुनिक बनाने में भी बरौनी रिफ़ायनरी अपना योगदान देगा इसके अतिरिक्त बेगूसराय सदर बलिया एवं तेघड़ा में ऑक्सीजन उत्पादन प्लांट लगेगा जिसकी प्रक्रिया पूरी हो चुकी है।
केन्द्रीय पेट्रोलियम मंत्री घर्मेन्द्र प्रधान ने सांसद गिरिराज सिह के आग्रह पर बेगूसराय को पांच क्रायोजेनिक आक्सीजन टेंकर देने की घोषणा की। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने पेट्रोलियम मंत्री धार्मेंद्र प्रधान का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि कोरोना से निबटने में बेगूसराय को आईओसीएल की तरफ़ से स्वास्थ्य सुविधाओं के विकास के लिए दी गई बड़ी मदद है। उन्होंने बेहतर कोडिनेशन के लिए जिलाप्रशासन का भी घन्यवाद किया।
बैठक की जानकारी देते हुए सांसद प्रतिनिधि अमरेंद्र कुमार अमर ने कहा कि केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिह शुरू से ही जिले में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए संवेदनशील रहे हैं तथा अब इन उपायों से बेगूसराय स्वस्थ प्रवंधन में प्रदेश का अव्वल जिला हो जाएगा। उन्होंने कहा कि सांसद जब तक योजना कार्यरूप लेने तक प्रयत्नशील रहते हैं जिसका यह सुखद परिणाम है।