मधेपुरा (आससे)। जिले की परिवहन व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए भी बजट में राशि का प्रावधान किया गया है। जिले की परिवहन व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए 3.33 करोड़ का प्रावधान किया गया है। इसके अलावा आवासीय, स्वच्छता मिशन, नगर निकायों के विकास की दिशा में भी झांकने का प्रयास किया गया है।
नगर निकायों में परिवहन व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए सहायक अनुदान के रूप में उक्त राशि देने का प्रावधान किया गया है। इससे नगर निकाय क्षेत्र में परिवहन व्यवस्था बेहतर होने की उम्मीद बनी है। वहीं वित्तीय वर्ष 2021- 22 के लिए नाली निर्माण और मल निकासी की व्यवस्था के लिए जिले को दो करोड़ रुपये देने का प्रावधान किया गया है। इससे शहर में पानी और मल निकासी की व्यवस्था बेहतर होने की उम्मीद है। वर्तमान समय में पानी निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण शहर के लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
बजट में शहरी आधारभूत संरचनाओं और समस्याओं को दूर करने के लिए भी राशि का प्रावधान किया गया है। इसके लिए 59 लाख रुपये अनुदान देने की योजना बनाई गई है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत एक करोड़ 77 लाख रुपये जिले को दिए जाने का बजट में प्रावधान किया गया है। आवास के लिए चार करोड़ 18 लाख रुपये जिले को देने का प्रावधान किया गया है। विशेष स्वच्छता अनुदान के लिए 59 लाख का प्रावधान किया गया है। इसके अलावा अन्य विकास कार्यों के लिए भी जिले को बजट में राशि देने का प्रावधान किया गया है। इस तरह के कार्यों के लिए जिले को 13 करोड़ 56लाख रुपये देने का प्रावधान किया गया है।
इन विकास कार्यों के अलावा पशुपालकों का भी बजट में खास ध्यान रखा गया है। पशुपालन के लिए लोगों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से पशुओं की जांच के लिए चिकित्सा व्यवस्था निशुल्क करने का प्रावधान किया गया है। पशुओं की जांच के लिए कॉल सेंटर की स्थापना, गोवंश संस्थान की स्थापना सहित कृत्रिम गर्भाधान, पशुओं का टीकाकरण आदि की विशेष व्यवस्था का बजट में प्रावधान किया गया है।
स्ट्रीट लाइट के लिए 150 करोड़ रुपये का प्रावधान किए जाने से जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों को लाभ मिलने की उम्मीद है। उच्च शिक्षा में इंजीनियरिंग कॉलेज को 110 करोड़ रुपये का प्रावधान किए जाने से मधेपुरा इंजीनियरिंग कॉलेज को भी लाभ मिलने की उम्मीद है। राज्य में खेल विश्वविद्यालय बनने से स्थानीय युवाओं को भी लाभ मिलेगा।