फसल क्षति पर कृषि पदाधिकारी को त्रि सदस्यीय कमेटी बना अवलोकन कर रिपोर्ट सौंपने को कहा
मुजफ्फरपुर। जिलाधिकारी प्रणव कुमार की अध्यक्षता में समाहरणालय सभाकक्ष में कृषि टास्क फोर्स की बैठक आहूत की गई। बैठक में फसल आच्छादन को लेकर जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि धान रोपनी का शत-प्रतिशत लक्ष्य पूर्ण करना सुनिश्चित करें। जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि धान रोपनी में अभी तक निर्धारित लक्ष्य 130,000 हेक्टेयर के विरुद्ध 88,684 हेक्टेयर में आच्छादन किया गया है जो कि 68% है। बताया कि मक्का का आच्छादन निर्धारित लक्ष्य 16000 हेक्टेयर के विरुद्ध 7200 हेक्टेयर में आच्छादन किया गया है जो कि 45% है।
जिलाधिकारी द्वारा खरीफ मौसम में क्रियान्वित विभिन्न योजनाएं यथा :-मुख्यमंत्री तीव्र बीज विस्तार योजना, मिनी किट योजना, अनुदानित दर पर धान बीज वितरण, संकर धान बीज वितरण ,श्री विधि धान प्रत्यक्षण, जीरोटिलेज धान प्रत्यक्षण, पैड़ी ट्रांसप्लांटर मशीन से धान प्रत्यक्षण की समीक्षा की गई। जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि सभी योजनाओं में भौतिक लक्ष्य के विरुद्ध शत-प्रतिशत उपलब्धि प्राप्त कर ली गई है।
वही फसल क्षति के समीक्षा के क्रम में जिला कृषि अधिकारी द्वारा बताया गया कि धान बिचड़ा में गायघाट और कटरा प्रखंड में 33% से अधिक बिचड़ा की क्षति 477.69 हेक्टेयर हुई है।धान रोपनी में गायघाट एवं कटरा प्रखंड में 33% से अधिक फसल की क्षति 3521.60 हेक्टेयर एवं मक्का में गायघाट एवं कटरा प्रखंड में 33% से अधिक फसल क्षति 34.28 हेक्टेयर हुई है तथा सब्जी में मात्र गायघाट प्रखंड में 21.41 हेक्टेयर की फसल क्षति हुई है।
जिलाधिकारी द्वारा प्रखंड कृषि पदाधिकारी कटरा से धान बिचड़ा एवं धान रोपनी की क्षति पर आपत्ति व्यक्त करते हुए जिला कृषि पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि त्रिस्तरीय कमेटी बनाकर कटरा प्रखंड में फसल क्षति की जांच कराकर यथा शीघ्र प्रतिवेदन उपलब्ध कराएं। समीक्षा के क्रम में जिला कृषि अधिकारी द्वारा बताया गया कि जिले में उर्वरक की कोई कमी नहीं है। विभागीय निर्देश के आलोक में जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत उर्वरकों की बिक्री निर्धारित मूल्य पर कराई जा रही है।
बैठक में सहायक निदेशक रसायन मिट्टी जांच प्रयोगशाला द्वारा बताया गया कि मिट्टी नमूना संग्रहण हेतु निर्धारित लक्ष्य 15042 के विरुद्ध अभी तक 5356 नमूना ऑनलाइन हुआ है जिसमें प्रयोगशाला में 1250 नमूना प्राप्त हुआ है। प्राप्त नमूना में 557 नमूने का विश्लेषण किया गया है जिसका मृदा स्वास्थ्य कार्ड तैयार किया जा रहा है। इस पर जिलाधिकारी द्वारा आपत्ति व्यक्त करते हुए आदेश दिया गया कि लक्ष्य के अनुरूप अविलंब शत-प्रतिशत नमूना प्राप्त करते हुए विश्लेषण कर मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरण करना सुनिश्चित करें। ताकि किसानों द्वारा स्वायल हेल्थ कार्ड के अनुरूप उर्वरक का उपयोग कर खरीफ मौसम में उत्पादकता बढ़ाया जा सके।
आत्मा की समीक्षा के क्रम में जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि कृषि विज्ञान केंद्र एवं डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय विश्वविद्यालय पूसा से सहयोग प्राप्त कर किसानों को प्रशिक्षण उपलब्ध कराएं ताकि प्रशिक्षण उपरांत किसान इनका उपयोग कर लाभान्वित हो सके।
वही बैठक में सहायक निदेशक उद्यान को निर्देश दिया गया कि प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना अंतर्गत स्प्रिंकलर एवं ड्रिप इरिगेशन को बढ़ावा दिया जाए तथा आत्मा द्वारा प्रशिक्षण कार्यक्रम में किसानों को उक्त योजना में अनुदान एवं उससे होने वाले लाभ की जानकारी दी जाए ताकि अधिक से अधिक किसान लाभान्वित हो सके।
जिला सहकारिता पदाधिकारी द्वारा बैठक में बताया गया कि बिहार राज्य फसल सहायता योजना अंतर्गत सोलह 167315 कृषकों द्वारा ऑनलाइन आवेदन किया गया है जिसमें 140068 आवेदनों की जांच कर अग्रसारित किया गया है तथा शेष आवेदनों की जांच की जा रही है।उन्होंने बताया कि 31 जुलाई 2021 तक ही किसानों द्वारा उक्त योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन प्राप्त किया जा सकेगा।
जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि किसान सलाहकारों के माध्यम से किसानों के बीच व्यापक प्रचार- प्रसार करना सुनिश्चित करें ताकि अधिक से अधिक किसान लाभान्वित हो सके। जिला सहकारिता पदाधिकारी द्वारा मुख्यमंत्री हरित कृषि संयंत्र योजना अंतर्गत समितियों द्वारा विभिन्न कृषि यंत्रों के लिए 115 ऑनलाइन आवेदन प्राप्त हुआ है जिसमें से 87 ट्रैक्टर की आपूर्ति ऑनलाइन निबंधित विक्रेता द्वारा की गई है जिसका भौतिक सत्यापन सहायक निदेशक कृषि अभियंत्रण जिला कृषि कार्यालय द्वारा कराई जा रही है।
बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि जुलाई 2021 का सामान्य वर्षापात 304.8 मिलीमीटर के विरुद्ध अभी तक 274.32 मिली मीटर हुई है जो सामान्य वर्षा से 30.48 मिलीमीटर कम है।
बैठक में उप विकास आयुक्त डॉ सुनील कुमार झा, जिला कृषि पदाधिकारी चंद्रशेखर सिंह, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी कमल सिंह, जिला सहकारिता पदाधिकारी ललन शर्मा, जिला सांख्यिकी पदाधिकारी, जिला पशुपालन पदाधिकारी के साथ सभी प्रखंडों के प्रखंड कृषि पदाधिकारी उपस्थित थे।