पटना

मुजफ्फरपुर: फिलहाल पाँच प्रखंडो के 23 पंचायत बाढ़ की चपेट में 


समीक्षात्मक बैठक में आपदा प्रबंधन शाखा ने डीएम को दिया रिपोर्ट, बूढ़ी गंडक से बना खतरा टला 

मुजफ्फरपुर। जिलाधिकारी  प्रणव कुमार की अध्यक्षता में सोमवार को उनके कार्यालय कक्ष में बैठक आहूत की गई। बैठक में बाढ़- 2021 की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की गई एवं इस संबंध में संबंधित अधिकारियों को  महत्वपूर्ण निर्देश दिये गये।

समीक्षा के क्रम में बूढ़ी गंडक संबंधित कार्यपालक अभियंता द्वारा जानकारी दी गई है कि  बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर  49.83 मीटर है जो खतरे के निशान से नीचे है। उन्होंने कहा फिलहाल किसी भी तरह की कोई समस्या नहीं है। बताया कि कोठिया,मुरसंडी मठिया, सलेमपुर बगाही में आक्रम्य स्थल को चिन्हित करते हुए उसे ठीक करा दिया गया है। उन्होंने बताया कि मुरौल के तरफ में सीपेज का प्रॉब्लम होता है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि चिन्हित आक्रम्य/ सीपेज की समस्या को तत्कालिक उपाय करते हुए दुरुस्त करना सुनिश्चित किया जाए।

निर्देश दिया कि सभी कार्यपालक अभियंता अपने क्षेत्र अंतर्गत पूरी मुस्तैदी के साथ कार्य करें। सभी महत्वपूर्ण बांधों पर सतत नजर रखी जाए। जिलाधिकारी ने आपदा प्रबंधन के पदाधिकारियों को निर्देशित किया कि बाढ़ का स्थिति की एवं राहत एवं बचाव कार्य का नियमित तौर पर अनुश्रवण करना सुनिश्चित करें।

जिला आपदा प्रबंधन प्रशाखा द्वारा बताया गया कि फिलहाल पांच प्रखंडों के 23 पंचायत आंशिक रूप से प्रभावित है। वर्तमान में प्रभावित जनसंख्या-22453 है। बताया गया कि आपदा प्रबंधन प्रशाखा द्वारा वर्तमान हालात पर सतत नजर रखी जा रही है एवं विभिन्न तकनीकी विभागों के कार्यपालक अभियंताओं एवं प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों से लगातार समन्वय का कार्य जारी है। सभी नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे है। बूढ़ी गंडक 49.83 बागमती- 54.70 और गंडक नदी का जल स्तर-53.32 मीटर है।

बैठक में अपर समाहर्ता आपदा डॉ अजय कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी पूर्वी कुंदन कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी पश्चिमी अनिल कुमार दास, प्रभारी पदाधिकारी आपदा विकास कुमार, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी कमल सिंह, मोहम्मद साकिब तथा तकनीकी विभागों के कार्यपालक अभियंता उपस्थित  थे।