डिस्पले से मिलती थी किसानों को मौसम की जानकारी
राजगीर (नालंदा)(आससे)। अनुमंडल कार्यालय परिसर में मौसम का हाल जाने वाला यंत्र सालों से जंग खा रहा है। परिसर के गेट पर सांख्यिकी विभाग द्वारा किसानों व आम लोगों की सुविधा के लिए ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन बनाया गया था। गेट पर लगे डिस्पले के माध्यम से लोगों को हवा का वेग, आद्रता सहित अन्य जानकारी मिलती थी। प्रशासनिक अनदेखी के कारण सालों से बेकार पड़ा है। शोभा की वस्तु बनकर रह गयी है। इसके टावर पर लतड़ों का जमघट लग गया है। अब किसानों को खेती के लिए मौसम की जानकारी के लिए अखबारों व अन्य माध्यमों का सहारा लेना पड़ता है।
लोगों ने बताया कि जब यह शुरू हुआ था तो इससे उन्हें हवा का वेग, तापमान, आद्रता, बारिश की स्थिति, हवा का दबाव सहित अन्य बातों की जानकारी मिल जाती थी। लोगों ने सांख्यिकी विभाग से इसे चालू करवाने की मांग की है। रबी के बाद खरीफ के दौरान किसानों को बिचड़ा बोने से लेकर अन्य कामों में मौसम की जानकारी की जरूरत होती है। लोगों ने कहा कि अगर प्रशासन वेदर स्टेशन को ठीक करा दे और कार्यालय के गेट पर लगे डिस्प्ले को ठीक करा दे तो काफी सहूलियत हो जाय।