रूपौली (पूर्णिया)(आससे)। रुपौली थाना क्षेत्र के बसंतपुर पंचायत स्थित वार्ड 07 चपहरी गांव महादलित बस्ती में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब एक के बाद एक दर्जनों बच्चे, महिला,पुरुष उल्टी, दस्त और बेहोशी के शिकार होने लगे। आनन-फानन में परिजनों ने ग्रामीणों के सहयोग से सभी को इलाज के लिए रेफरल अस्पताल रुपौली पहुंचाया गया।
मामले के बाबत रेफरल अस्पताल में परिजनों ने बताया कि गांव के ही कुछ युवक मजदूरी कर गुजरात राज्य से सोमवार की सुबह वापस चपहरी गांव पहुंचे थे। गुजरात से उनके द्वारा लाया गया अमूल रबड़ी बच्चों को खाने के लिए दिया गया। बच्चे ने जैसे ही अमूल रबड़ी खाया एक के बाद एक बच्चों, महिलाओं और वयस्कों की हालत गंभीर होने लगी। बच्चे उल्टी, दस्त और कुछ बच्चे बेहोशी के शिकार होने लगे। संभवतः सभी फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो गए थे। गांव में अफरा-तफरी का माहौल मच गया तत्काल ही सभी को इलाज के लिए रेफरल अस्पताल रुपौली पहुंचाया गया है।
फूड प्वाइजनिंग के शिकार में दर्जनों बच्चे, महिला, पुरूष शामिल हैं। जो सभी चपहरी महादलित बस्ती वार्ड नंबर 7 के रहने वाले हैं। बता दें कि परिजनों ने गुजरात से लाया गया अमूल रबड़ी के डब्बे दिखाते हुए कहा कि इसे खाने से ही सभी की स्थिति बिगड़ी है। दिखाए गए पैकेट पर कीमत 25 रुपये लिखी हुई थी। जबकि निर्माण तिथि 21 जुलाई 2021 का और उपयोग करने की तिथि निर्माण के दस दिन बाद अंकित थी।
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. राज आर्यन ने बताया कि सभी की स्थिति काफी गंभीर थी। लेकिन अब सभी खतरे से बाहर हैं। सभी को वार्ड में चिकित्सक की निगरानी में रखा गया है। वहीं सूचना पाकर रुपौली थानाध्यक्ष मनोज कुमार सदलबल अस्पताल पहुंच मामले की जानकारी ली।