जमुई (आससे)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बुधवार को जमुई स्थित श्रीकृष्ण सिंह स्टेडियम के मैदान पर समाज सुधार अभियान के अंतर्गत जीविका की दीदियों से संवाद करते हुए कहा कि शराबबंदी कानून से समाज में तेजी से बदलाव हो रहा है और शांति एवं खुशहाली आ रही है। शराब को लेकर जिस परिवार में उठा-पटक होता था आज उन परिवारों में उल्लास देखने को मिल रहा है। बिहार में शराबबंदी कानून लागू होने के बाद करीब 60 लाख लोगों ने इससे तौबा कर लिया है। महिलाओं के साथ बच्चे और बच्चियों का जीवन बेहतर होने लगा है।
जहरीली शराब पीने से मौत हो जाने की चर्चा करते हुए कहा कि यह तो अच्छी बात है। उन्होंने इससे 200 से अधिक तरह की बीमारियों के होने की बात बताते हुए कहा कि शराब पियोगे तो जरूर मरोगे। इसलिए शराब पीना छोड़ो और स्वस्थ एवं दीर्घायु जीवन जियो। नीतीश कुमार ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के संदेशों को आत्मसात किए जाने की अपील करते हुए कहा कि उन्होंने भी शराब को समाज के लिए खतरनाक बताया था। उनके अनुसार यह इंसान का रुपया और बुद्धि दोनों छीन लेता है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शराबबंदी पर उंगली उठाने वाले लोगों को इशारे-इशारे में करारा जवाब देते हुए कहा कि इस कानून के अस्तित्व में आने के बाद बिहार का तेजी से विकास हो रहा है। गांव-गांव, गली-गली में सडक़ों का निर्माण कराया जा रहा है। आवश्यकतानुसार पुल-पुलिया बनाए जा रहे हैं और इस दिशा में सतत कार्य जारी है। सडक़ और पुल-पुलियों के निर्माण के साथ उनका रखरखाव भी किया जा रहा है। सडक़ें आज चकाचक हैं, बिहार के किसी भी कोने से राजधानी पटना करीब छ: घंटे में पहुंचा जा सकता है। अब पांच घंटे में राजधानी पहुंचने की योजना बनाई जा रही है। इस पर तेजी से कार्य प्रगति पर है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शिक्षा की चर्चा करते हुए कहा कि आज लड़कियां लडक़ों से आगे निकल रही है। पिछले साल मैट्रिक की परीक्षा में लडक़ों की तुलना में 300 से अधिक लड़कियों ने परीक्षा दी थी जो बिहार के तेजी से विकास का द्योतक है। उन्होंने शिक्षा के विकास के लिए सैकड़ों स्कूल खोले जाने की चर्चा करते हुए कहा कि अब लडक़ी के साथ लडक़ों को भी साइकिल दिया जा रहा है जो इस दिशा में एक क्रांति है। पूर्व में लड़कियां पांचवीं के बाद पढ़ाई छोड़ देती थी। इसका मूल कारण पोशाक था। हमारी सरकार ने इसे गम्भीरता से लेकर पोशाक योजना शुरू किया, जिसका सकारात्मक परिणाम दिख रहा है। सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण दिए जाने की जानकारी देते हुए कहा कि, बड़ी संख्या में बेटियां पुलिस समेत अन्य नौकरियों में भर्ती हुई हैं, जो प्रशंसनीय है।
सीएम ने महिलाओं को रोजगार के लिए पांच लाख का अनुदान दिए जाने की चर्चा करते हुए कहा कि नारी स्वयं सहायता समूह से जुडक़र नया इतिहास रच रही है। 10 लाख से अधिक समूह बनाए जा चुके हैं और इनसे 28 लाख से अधिक महिला जुडक़र आत्मनिर्भर बनने की दिशा में अग्रसर हैं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने संवाद के क्रम में दहेज प्रथा उन्मूलन और बाल विवाह को समाज की कुरीति बताते हुए इसकी समाप्ति के लिए उपस्थित दीदियों को कारगर प्रयास किए जाने का संकल्प दिलाया। उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी, भवन निर्माण मंत्री अशोक कुमार चौधरी, मद्य निषेध एवं निबंधन मंत्री सुनील कुमार, विज्ञान एवं प्रद्योगिकी मंत्री सुमित कुमार सिंह समेत कई वरीय अधिकारियों ने समाज सुधार अभियान को संबोधित कर जीविका की दीदियों का क्षमतावर्धन किया।
जिलाधिकारी अवनीश कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को स्मृति चिंह भेंटकर उनका बहुमान किया। वहीं पत्रकार सह उद्घोषक डॉ. निरंजन कुमार मंच संचालन कर इसे शिखर पर पहुंचाया। बड़ी संख्या में जीविका की दीदी समाज सुधार अभियान के तहत आयोजित संवाद कार्यक्रम में शिरकत कर इसे सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई।