पटना

सरकार शिक्षा के समग्र विकास को प्रयत्नशील : राज्यपाल


(आज शिक्षा प्रतिनिधि)

पटना। राज्यपाल फागू चौहान ने कहा है कि सरकार शिक्षा के समग्र विकास के लिए सतत प्रयत्नशील है। इस दिशा में अनेक कदम उठाये गये हैं। नयी शिक्षा नीति के तहत शैक्षिक पाठ्यक्रमों में नये कौशलों को शामिल किया गया है। व्यावसायिक शिक्षा पर जोर दिया गया है। इससे विद्यार्थियों को रोजगार के नये अवसर उपलब्ध होंगे।

राज्यपाल फागू चौहान, जो राज्य के विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति भी हैं, मंगलवार को राजभवन के राजेंद्र मंडप में आयोजित चांसलर अवार्ड समारोह में दीप प्रज्ज्वलित करने के उपरांत संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमारे विद्यार्थियों में ज्ञान-विज्ञान एवं विवेकसम्मत आचरण में सुशिक्षित होने के अतिरिक्त उनमें सामाजिक, नैतिक, चारित्रिक एवं मानवीय मूल्यों को धारण करने की पर्याप्त क्षमता का विकसित होना अति आवश्यक है। उन्हें कड़ी मेहनत, अनुशासन, आत्मनियंत्रण, सेवापरायणता एवं नेतृत्व के गुणों को आत्मसात करने की जरूरत है।


पांच शिक्षक , छह विद्यार्थियों को चांसलर अवार्ड

पटना (शि.प्र.)। पांच शिक्षकों, छह विद्यार्थियों एवं दो कॉलेजों को चांसलर अवार्ड मिला। राजभवन के राजेंद्र मंडप में आयोजित समारोह में राज्यपाल-सह-कुलाधिपति फागू चौहान के हाथों चांसलर अवार्ड प्रदान किया गया। पांच शिक्षकों में बेस्ट वाइसचांसलर का चांसलर अवार्ड ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुरेंद्र प्रताप सिंह को,  बेस्ट प्रिंसिपल का चांसलर अवार्ड ए. एन. कॉलेज के प्रधानाचार्य प्रो. एस. पी. शाही को, बेस्ट टीचर का चांसलर अवार्ड पटना विश्वविद्यालय की डॉ. शहला यासमिन एवं पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय की डॉ. तनुजा को तथा बेस्ट यंग टीचर का चांसलर अवार्ड आर्यभट ज्ञान विश्वविद्यालय के राकेश कुमार सिंह को दिया गया।

छह विद्यार्थियों में बेस्ट स्टूडेंट का चांसलर अवार्ड तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के विश्वबंधु उपाध्याय एवं उसी विश्वविद्यालय की सोनम कुमारी को, स्पोट्र्स में बेस्ट स्टूडेंट  का चांसलर अवार्ड तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के संकित कुमार एवं पटना विश्वविद्यालय की छात्रा अंकिता कुमारी को, कल्चरल एक्टिविटी के के लिए बेस्ट स्टूडेंट का चांसलर अवार्ड ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के आचार्य भास्कर एवं पटना विश्वविद्यालय की स्वेता भारती को प्रदान किया गया।

इसी प्रकार बेस्ट लेडी कॉलेज का चांसलर अवार्ड पटना वीमेंस कॉलेज को एवं बेस्ट कॉलेज का चांसलर अवार्ड ए. एन. कॉलेज को प्रदान किया गया।


राज्यपाल ने कहा कि प्राचीनकाल से अब तक जो भारत बना, उसे शिक्षकों ने ही बनाया है। शिक्षक के तीन लक्षण बताये गये हैं। शीलवान, प्रज्ञावान और करुणावान। शीलवान साधु होते हैं। प्रज्ञावान ज्ञानी होता है। करुणावान मां होती है। लेकिन, साधु, ज्ञानी और मां शिक्षक तीनों ही होते हैं। वे शांतिमय क्रांति के अग्रदूत होते हैं। शिक्षकों को अपनी भूमिका पहचाननी होगी। देश की सर्वश्रेष्ठï सम्पत्ति के समान बच्चे शिक्षक के ही हाथों सौंपे जाते हैं। बच्चों को शिक्षकों से ही संस्कार, विद्या और मार्गदर्शन मिलता है।

राज्यपाल ने कहा कि बिहार के विद्यार्थी काफी मेधावी और परिश्रमी होते हैं। विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षाओं में बड़ी संख्या में सफल होते रहे हैं। अनेक विद्यार्थियों को सर्वोच्च स्थान भी प्राप्त होते रहे हैं। उन्होंने उम्मीद जतायी कि आने वाले दिनों में बिहार के विद्यार्थी महाविद्यालय, विश्वविद्यालय एवं संस्थानों में पढ़ कर उल्लेखनीय उपलब्धि प्राप्त करेंगे।

प्रारंभ में पटना विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. गिरीश कुमार चौधरी ने स्वागत भाषण करते हुए आयोजन के औचित्य की चर्चा की। मगध विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति प्रो. विभूति नारायण सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन किया। इस अवसर पर बिहार विधान परिषद के कार्यकारी सभापति  अवधेश नारायण सिंह एवं राज्यपाल के सचिव रॉबर्ट एल. चोंग्थू सहित विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति, प्रतिकुलपति, प्रधानाचार्य, शिक्षक एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।