नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश के प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए एक अच्छी खबर है। राज्य में में सिविल, एनईईटी और जेईई जैसे कई प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में युवाओं की मदद के लिए सीएम योगी सरकार ने ‘अभ्युदय कोचिंग’ की शुरुआत की है। इस योजना के तहत आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं को फ्री में कोचिंग दी जाएगी। इस योजना के तहत अब पूरे राज्य में मुफ्त में कोचिंग देने वाले सेंटर्स स्थापित किए जाएंगे। इस योजना का मकसद ऐसे सभी छात्रों की मदद करना है जो विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करना चाहते हैं लेकिन आर्थिक तंगी के कारण ऐसा करने में असमर्थ हैं।
इस योजना के जरिए मुफ्त कोचिंग लेने के लिए रजिस्ट्रेशन कराने वाले छात्रों से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कहा कि लॉकडाउन के दौरान उन्हें लगा कि उत्तर प्रदेश में भी कोटा जैसे कोचिंग सेंटर स्थापित किए जाने चाहिए। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने छात्रों के योजना से जुड़े सवालों के जबाव भी दिए। ये कोचिंग सेंटर पहले डिवीजनल लेवल पर स्थापित किए जाएंगे, इसके बाद दूसरे चरण में जिला स्तर पर भी कोचिंग सेंटर बनाए जाएंगे। ये सेंटर्स विद्या की देवी मां सरस्वती के पूजन के दिन वसंत पंचमी (16 फरवरी) से काम शुरू करेंगे।
आपको बता दें कि केवल 4 दिनों में ही इस योजना के तहत फ्री में कोचिंग लेने के लिए 4.84 लाख से अधिक छात्र रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं। ये छात्र ऑफलाइन क्लासेस में भी शामिल हो सकेंगे और ऑनलाइन कंटेंट भी प्राप्त कर सकेंगे।
इन कोचिंग सेंटर्स से इन क्षेत्रों के दिग्गज भी सीधे तौर पर जुड़ेंगे। मसलन, वरिष्ठ आईएएस, आईपीएस और पीसीएस अधिकारी कोचिंग में छात्रों की काउंसलिंग करेंगे। वहीं नेशनल डिफेंस एकेडमी (एनडीए) और कंबाइंड डिफेंस सर्विसेस (सीडीएस) जैसी परीक्षाओं के लिए उप्र के सैनिक स्कूलों के प्राचार्य प्रशिक्षण देंगे। वहीं नीट और जेईई के लिए अलग से क्लासेस लगेंगी।
इतना ही नहीं सरकार छात्रों को उनके लिए सबसे अच्छा क्षेत्र चुनने में मदद करने के लिए भी सत्र आयोजित करेगी। बता दें कि योगी आदित्यनाथ ने इस योजना को शुरू करने के लिए 24 जनवरी को घोषणा की थी। उन्होंने कहा था, “ये कोचिंग सेंटर युवाओं को एक नया प्लेटफॉर्म देंगे और उन्हें नई ऊंचाईयां छूने के लिए प्रेरित करेंगे।”