Post Views: 931 कुलभूषण उपमन्यु दुनियाभरमें ट्रेड वार, जलवायु परिवर्तन, वैश्वीकरण और कॉर्पोरेट खेतीके चलते छोटा किसान दबावमें आ गया है। छोटा किसान उस स्तरका मशीनीकरण खेतीमें प्रयोग नहीं कर सकता जैसा बड़ा किसान या कारपोरेट घराने कर सकते हैं। इसलिए छोटे किसानके मुकाबले बड़े किसान या कारपोरेट कृषक सस्ता उत्पादन कर सकते हैं। इसके […]
Post Views: 718 तारकेश्वर मिश्र वर्तमानमें ममता बनर्जीका किसी भी तरह पराजित नहीं लगतीं, बल्कि आज भी ‘योद्धाÓ की मुद्रामें हैं। हालांकि चुनाव प्रचारके दौरान कई बेतुके और फिजूल सवालोंको मुद्दोंका रंग देनेकी कोशिश की गयी है, खोखले मनोरंजन भी हैं और अतार्किक आरोप चस्पा किये जा रहे हैं, लेकिन रचनात्मक और औपचारिक विकासका रोडमैप […]
Post Views: 701 श्रीराम शर्मा प्रत्येक मानवका धर्म, सामान्यसे ऊपर, वह कर्तव्य है, जिसे अपनाकर लौकिक, आत्मिक उत्कर्षके मार्ग प्रशस्त हो जाते हैं। धर्म अर्थात जिसे धारण करनेसे व्यक्ति एवं समाजका सर्वांगीण हित साधन होता है। आस्तिकता और कर्तव्य परायणताको मानव जीवनका धर्म, कर्तव्य माना गया है। इनका प्रभाव सबसे पहले अपने समीपवर्ती स्वजन शरीरपर […]