Post Views: 365 डा. प्रदीप कुमार सिंह कई देश कोरोना महामारीकी दूसरी या तीसरी लहरसे गुजर चुके हैं। अधिकांश देशोंमें दूसरी लहरका प्रकोप पहली लहरसे तीव्र रहा है। भारतमें १५ जनवरीसे ८ मार्चतक ५२ दिनोंकी अवधिमें दैनिक संक्रमितजनोंके आकड़े न्यूनतम स्तरपर लगभग स्थिर दिखायी दिये एवं १ फरवरीको संख्या सबसे कम ८५८७ रही। जनवरीमें महामारी […]
Post Views: 549 पी.के. खुराना सन् १९९१ में पीवी नरसिंह रावके प्रधान मंत्रित्व कालमें उदारवादकी शुरुआत की। उससे देशकी अर्थव्यवस्थामें कई बड़े परिवर्तन आये। कांग्रेसने पहली बार इंदिरा गांधीके समाजवादी गणराज्यकी परिकल्पनासे परे सोचा और वैश्विक कंपनियोंको भारतमें विदेशी निवेश आमंत्रित किया। भविष्यमें तकनीक सिर्फ सपोर्ट सिस्टम न रहकर उद्योगोंकी दिशा निर्धारित करेगी। इसीसे भारतीय […]
Post Views: 579 श्रीराम शर्मा देवदत्त संत थे परन्तु सांसारिक संत। यूं नहीं कि उन्होंने गृहस्थका परित्याग किया हो वरन् इसलिए कि वह ईश्वरका भजन, साधन, स्वाध्याय, सदाचार, सद्ïव्यवहारका आचरण करते हुए भी कभी-कभी क्रोधका व्यवहार कर जाते थे। धैर्य स्थिर रखना उनके लिए कठिन हो जाता था और घरमें जब कभी ऐसी स्थिति आती, […]