वाराणसी

अधिकतम तापमान गिरा, कंपकंपाया जनमानस


औसत तापमान १३.५ डिग्री पर पहुंचा, विज्ञानी बोले-ठंड में होगा इजाफा
कुछ दिनों की राहत के बाद मौसम में फिर बदलाव होने लगा है। आलम यह रहा कि दिन में धूप होने के बावजूद तापमान में गिरावट दर्ज की गई। धूप के दौरान सर्द हवा और गलन का दौर बना हुआ था। इसके कारण लोगबाग ठिठुरने को मजबूर रहे। बाजारों में चहल-पहल तो हुई लेकिन सायंकाल यह नदारद रही। कोहरे और गलन के कारण लोगों ने घरों में ही रहना बेहतर समझा। इस दौरान फिर से बर्फीली हवा ने दस्तक दे दी है और मौसम बदलने के आसार तेज हो गये हैं। इस बीच दिन का अधिकतम तापमान 17.6 डिग्री सेल्शियस और न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्शियस दर्ज किया गया। मौसम विज्ञानियों ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण आने वाले कुछ दिन के अंदर ही तापमान में गिरावट दर्ज की जायगी।
भोर में बादलों की आवाजाही से ही मौसम बदलने के संकेत मिलने लगे थे। लेकिन भगवान भास्कर ने दर्शन दिये तो लोगों के चेहरे खिल गये। स्थिति यह हो गई थी कि दिन चढऩे के साथ धूप के साथ गलन का सितम भी बढ़ता गया। धूप में गलन घुली हुई थी और रही-सही कसर सर्द हवा के झोंकों ने पूरी कर दी। इसके बावजूद थोड़ी राहत थी, लेकिन सायंकाल मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल गया। अचानक बर्फीली हवा और गलन में इजाफा होने के बाद लोग घरों की ओर लौट गये और आवश्यक कार्यों को पूरा करके कंबल में दुबक गये। अचानक सर्दी की आहट ने लोगों को सिहरने पर मजबूर कर दिया। सर्द हवा ने भी लोगों को कंपकंपाने पर मजबूर कर दिया। दूसरी ओर, ग्रामीण इलाकों में सर्दी का जोर रहा। यहां खेतों में उतरे किसानों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ा। पूरे दिन सर्द हवा और गलन का क्रम बना हुआ था। पूरे दिन लोगबाग ठंड से राहत के लिये इंतजाम में लगे हुए थे। गलन और सर्द हवा से राहत के लिये लोगों ने घरों के बाहर अलाव जलाया और खेती-किसानी पर चर्चा करते दिखे। रात में कुहासा होने से वाहन चालकों की दिक्कत भी शुरू हो गई है और एहतियातन लोग रात की यात्रा करने से भी परहेज कर रहे हैं। रात्रि में खराब मौसम के कारण सड़कों पर जल्दी सन्नाटा हो गया। जरूरी कार्यों से ही लोग घरों के बाहर निकले। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञानी डाक्टर एसएन पांडेय ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के निकल जाने के बाद वार्म फ्रंट ने दस्तक दी है और इसके कारण तापमान में बढ़ोत्तरी हुई है। इससे दो-तीन दिन तक अभी राहत बनी रहेगी। 24 जनवरी को पश्चिमी विक्षोभ फिर यहां से गुजरेगा। इस दौरान तापमान गिरने की आशंका बनी हुई है।